छिंदवाड़ा: छिंदवाड़ा में शुक्रवार की शाम इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. नागपुर रोड में ब्रिज के नीचे कुल्बेहरा नदी के किनारे रोती-बिलखती मासूम बच्ची मिली है. राहगीरों ने नवजात बच्ची के रोने की आवाज सुनी और मासूम को लावारिश अवस्था में देखकर पुलिस को इस बारे में जानकारी दी.
सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस, डॉक्टर्स की टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंची. पुलिस ने 6 माह की इस नवजात बच्ची के हाथ में सिरिंज वाली बैंडेज देखकर अंदाज लगाया कि बच्ची अस्पताल में एडमिट रही होगी. पुलिस 108 एंबुलेंस की मदद से बच्ची को प्राथमिक उपचार के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंची, तो वहां अस्पताल के स्टॉफ ने बताया कि इस नवजात बच्ची का हॉस्पिटल के एसएनसीयू वार्ड में उपचार चल रहा था. गुरुवार को नवजात बच्ची के माता पिता बच्ची की हॉस्पिटल से छुट्टी करवाकर उसे साथ लेकर चले गए थे.
अस्पताल प्रबंधन से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस माता पिता की तलाश में जुटी है. लेकिन एड्रेस संबंधी जानकारी गलत होने की वजह से पुलिस अभी तक बच्ची के माता-पिता का पता नहीं लगा पाई है. कोतवाली पुलिस ने धारा 317 के तहत मामला दर्ज कर माता पिता की तलाश तेज कर दी है.
रविवार को कोतवाली टी आई सुमेर सिंग जगेत ने बताया कि शुक्रवार को लावारिश अवस्था में मिली नवजात बच्ची की मां का आधार कार्ड मिला है. पुलिस इस आधार कार्ड के आधार पर बच्ची के माता पिता तक पहुंचने के लिए बीना जाएगी.