छत्तीसगढ़ : रावघाट लौह खदान को लेकर हजारों ग्रामीणों ने कलेक्‍टर कार्यालय को घेरा, पुलिस के साथ हुई झूमाझटकी

नारायणपुर कलेक्‍ट्रेट के सामने, ग्रामीणोंं ने तीन घंटे तक नारेबाजी की और अपनी मांगें रखीं.

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प्रशासन के समक्ष अपनी मांग रखते हुए ग्रामीण
रायपुर:

छत्‍तीसगढ़ के नक्‍सल प्रभावित नारायणपुर जिले में स्थित रावघाट लौह खदान को लेकर ग्रामीणों का विरोध अब तेज हो चुका है. शु्क्रवार को रावघाट इलाके के 23 पंचायत के प्रभावित गांवों के लोगों ने अपनी 20 सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया. बड़ी संख्‍या में ग्रामीण कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे थे. वे प्रभावित गांव बिंजली से रैली की शक्ल में कलेक्‍ट्रेट के लिए निकले थे. इस दौरान पुलिस ने रास्ते में बैरिकेडिंग कर रखा था लेकिन गुस्साए ग्रामीण, पुलिस के द्वारा लगाए गए 3 बैरिकेड को तोड़ते हुए कलेक्‍ट्रेट कार्यालय पहुंचे. यहां भी कलेक्‍ट्रेट परिसर के गेट में ग्रामीणों और पुलिस के बीच जमकर झूमाझटकी हुई. इस दौरान कुछ ग्रामीण कलेक्ट्रेट गेट को पार कर अंदर घुस आए. बाद में पुलिस ने हल्‍का बल प्रयोग करके इन ग्रामीणों को कलेक्ट्रेट परिसर से बाहर किया.

प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों का पुलिस के साथ टकराव भी हुआ

नारायणपुर कलेक्‍ट्रेट के सामने, ग्रामीणोंं ने तीन घंटे तक नारेबाजी की और अपनी मांगें रखीं. बाद में नारायणपुर एसपी और कलेक्टर, आंदोलनरत ग्रामीणों के बीच पहुंचे और उनकी मांगों को पूरा करने का आश्‍वासन दिया. गौरतलब है कि नारायणपुर और कांकेर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित राबघाट लौह अयस्क परियोजना के शुरू होने की आस बरसों से इन इलाकों के लोगों में देखी जा रही है. रावघाट इलाके के नारायणपुर-कांकेर जिले 23 गांव रावघाट परियोजना अंतर्गत प्रभावित हैं. यहां ग्रामीणों की मांग है कि रावघाट परियोजना के अंतर्गत भिलाई स्टील प्लांट के द्वारा बिना ग्राम पंचायतों की अनुमति के बाद खनन का कार्य कराया जा रहा है.

भिलाई स्टील प्लांट के द्वारा इलाके में खनन का कार्य निजी कंपनी देव माइनिंग को दिया गया है. ग्रामीणों की मांग है कि भिलाई स्टील प्लांट के द्वारा इलाके का इको डेवलपमेंट किया जाए. प्रभावित गांवों में विकास कार्य और और इलाके के युवा बेरोजगार ग्रामीणों को रोजगार मुहैया कराना जाए.  इस पर प्रशासन बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहा है.आज के धरना प्रदर्शन में ग्रामीणों ने कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन भेजा है, इसमें उन्‍होंने 20 सूत्रीय मांगें रखी हैं. ग्रामीणों ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि अगर मांगें पूरी नहीं हुई तो उग्र आंदोलन छेड़ा जाएगा. 

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