छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल (Nand Kumar Baghel) के खिलाफ छत्तीसगढ़ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की गई है. हाल ही में बघेल के पिता ने उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी. यूपी की राजधानी लखनऊ में एक प्रदर्शन के दौरान उन्होंने कहा कि ब्राह्मण विदेशी हैं और यहां रहने लायक नहीं है. उन्होंने कहा, "मैं भारत के सभी ग्रामीणों से आग्रह करता हूं कि ब्राह्मणों को अपने गांवों में प्रवेश न करने दें. मैं हर अन्य समुदाय से बात करूंगा ताकि हम उनका बहिष्कार कर सकें. उन्हें वोल्गा नदी के तट पर वापस भेजने की जरूरत है."
इस बीच, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने पिता पर केस दर्ज पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनकी सरकार में कोई भी कानून से ऊपर नहीं है फिर चाहे वो मुख्यमंत्री के 86 साल के पिता ही क्यों न हों. भूपेश बघेल ने कहा है इस सम्बंध में पुलिस द्वारा विधिसम्मत कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी. हमारे लिए कानून सर्वोपरि है.
बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि उनके पिता नंदकुमार बघेल द्वारा एक वर्ग विशेष के विरूद्ध की गई टिप्पणी उनके संज्ञान में आई है. उनकी इस टिप्पणी से समाज के एक वर्ग की भावनाओं और सामाजिक सद्भाव
को ठेस लगी है, उनके इस बयान से उन्हें भी दुःख हुआ है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों से यह पता चला है कि ये बात कही जा रही है कि नंदकुमार बघेल पर इसलिये एक्शन नहीं होगी क्योंकि वे मुख्यमंत्री के पिता हैं. मैं ये स्पष्ट करना चाहता हूं कि उनकी सरकार सभी को एक ही दृष्टि से देखती है. उन्होंने कहा कि पिता नंदकुमार बघेल से उनके वैचारिक मतभेद शुरू से हैं, ये बात सभी को पता है. हमारे राजनीतिक विचार एवं मान्यतायें भी बिल्कुल अलग अलग हैं. एक पुत्र के रूप में मैं उनका सम्मान करता हूं लेकिन एक मुख्यमंत्री के रूप में उनकी किसी भी ऐसी गलती को माफ नहीं किया जा सकता, जो सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने वाली हो.
भूपेश बघेल ने कहा कि उनकी सरकार में कोई भी कानून से ऊपर नहीं है फिर चाहे वो मुख्यमंत्री के 86 साल के पिता ही क्यों न हो. बघेल ने कहा है कि इस सम्बंध में पुलिस द्वारा विधिसम्मत कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी. छत्तीसगढ़ सरकार हर जाति, हर धर्म, हर वर्ग हर समुदाय के लोगों के सम्मान और उनकी भावनाओं की कद्र करती है, सभी को एक समान महत्व देती है और सभी के मान सम्मान और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करना अपना कर्तव्य समझती है. मुख्यमंत्री ने कहा है. हमारे लिए कानून सर्वोपरि है.