छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकारी योजनाओं का फीडबैक लेने के लिए लगातार जिलों का दौरा कर रहे हैं. बुधवार को बेमेतरा जिले में एक युवक के सवाल पर उन्होंने अपना आपा खो दिया ... युवक ने मुख्यमंत्री से आरक्षण पर कुछ सवाल पूछे. जवाब में मुख्यमंत्री ने मंच से कहा , "तुम्हारे पिताजी ने कभी मुख्यमंत्री से बात की है... मां ने की है... चाचा ने की है... तुम कुछ भी बोले जा रहे हो."
मुख्यमंत्री युवक को लगातार धमकाते रहे. इस दौरान किसी ने वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
वीडियो में दिख रहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल युवक के सवाल पर भड़क गए. उन्होंने कहा कि, ''अभी सब लोग बोल रहे हैं, मैं बोलता हूं, जिसको बोलना हो हाथ उठा दे, सबको मौका दिया जाएगा.'' उन्होंने युवक के सवाल पर लोगों से पूछा कि, ''यह गलत आरोप लगा रहा है, कि नहीं लगा रहा है.'' उन्होंने कहा कि, ''पहले तो अपने आरोप वापस लो.. किसी मुख्यमंत्री से तुम्हारे पिताजी ने बात की है? मां ने की है... चाचा ने बात की है?''
युवक के कहा, ''किस तरह से सर..'' सीएम ने कहा, ''उन्हें कभी माइक दिया किसी ने, बात की?'' इस पर युवक ने कहा, ''सर मैं आप से बात कर रहा हूं.'' मुख्यमंत्री ने कहा कि, ''तुमको मौका मिला है तो तुम आरोप लगाओगे?'' इस पर जवाब में युवक ने कहा, ''सर मैं आरोप तो लगा सकता हूं, हर कोई लगाता है...'' इस पर भीड़ ने तालियां बजा दीं.
युवक ने मुख्यमंत्री बघेल से कहा, ''आप रमण सिंह पर (आरोप) लगाते हैं, मोदी पर लगाते हैं.'' इस पर भूपेश बघेल ने टोकते हुए कहा, ''कौन सी क्लास में पढ़ते हो अभी?'' युवक ने कहा कि मुझे पांच साल हो गए ग्रेजुएशन किए.'' उसने कहा कि, ''सर आप ऐसा कीजिए 76 परसेंट रिजर्वेशन मत कीजिए. जो वेकैंसी आ रही है उसको दो या तीन गुना कर दीजिए. इससे सभी वर्ग के लोग खुश हो जाएंगे. आप चुनाव जीत जाएंगे.'' उसने कहा कि, ''आप कोर्ट के विरुद्ध जा रहे हैं, विरोधी आपको परेशान कर रहे हैं. आप युवाओं को परेशान कर रहे हैं.''
इसके बाद सीएम बघेल ने कहा, ''आप कह रहे हैं कि मैं कोर्ट के विरुद्ध जा रहा हूं...'' फिर उन्होंने कहा ''चलो उससे माइक वापस लो...''
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता डॉ रमन सिंह ने सार्वजनिक कार्यक्रम में उक्त युवक और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बीच हुए वार्तालाप का वीडियो ट्वीट किया. उन्होंने लिखा - ''एक संवैधानिक पद पर बैठे मुख्यमंत्री की अशोभनीय और अमर्यादित भाषा निंदनीय है. लोग अपनी समस्याओं के समाधान के लिए आपके पास आते हैं भूपेश बघेल, ना कि आपकी डांट-फटकार सुनने के लिए.''