छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की पुलिस ने 10 माह के बच्चे की इलाज के दौरान मौत के मामले में चार चिकित्सकों समेत सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के पुरानी भिलाई थाने की पुलिस ने शिवांस वर्मा (10 माह) की इलाज के दौरान मौत के मामले में चार डॉक्टरों संमीत राज प्रसाद, दुर्गा सोनी, हरिराम यदु, और गिरीश साहू तथा तीन पैरामेडिकल स्टाफ विभा साहू, आरती साहू और निर्मला यादव के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ पर बच्चे के इलाज के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप है.
उन्होंने बताया कि इस महीने की एक तारीख को देवबलौदा गांव निवासी महेश वर्मा (57) ने पुलिस में शिकायत की थी कि उसने अपने नाती शिवांस को 27 अक्टूबर को शहर के सिद्धि विनायक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. 31 अक्टूबर को इलाज के दौरान गलत इंजेक्शन लगाने से शिवांस की मौत हो गई. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि महेश की शिकायत के बाद पुलिस ने बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराया और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से मामले की जांच कराई गई. उन्होंने बताया कि जांच में पाया गया कि सिद्धि विनायक अस्पताल के चिकित्सकों और कर्मचारियों ने बच्चे के इलाज में लापरवाही बरती. जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से मिली जानकारी के बाद पुलिस ने चार चिकित्सकों और तीन कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.उन्होंने बताया कि इस मामले में अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है. जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.
वहीं दुर्ग जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जे पी मेश्राम ने बताया नर्सिंग होम एक्ट के तहत सिद्धि विनायक अस्पताल की मान्यता रद्द कर दी गई है तथा अस्पताल प्रबंधन पर 20 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है.
ये भी पढ़ें-
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)