प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 27 जून को मध्य प्रदेश के शहडोल जिले से आनुवांशिक बीमारी 'सिकल सेल' के खात्मे को लेकर एक बड़े अभियान की शुरुआत करने वाले थे. सिकल सेल एनीमिया (Sickle Cell Anemia) खून की कमी से जुड़ी एक आनुवांशिक बीमारी है, जो नसों में ब्लाकेज कर देती है. सरकार के इस मिशन का उद्देश्य देश को 2047 तक सिकल सेल से मुक्त करना है. हालांकि, बारिश के कारण पीएम मोदी का शहडोल जिले के लालपुर और पकरिया गांव का दौरा रद्द कर दिया गया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है. सीएम ने कहा कि पीएम मोदी के दौरे की नई तारीख का ऐलान जल्द किया जाएगा.
NDTV ने पीएम मोदी के दौरे को लेकर पकरिया गांव में हुई तैयारियों का जायजा लिया. पीएम मोदी के पकरिया आने की खबर के बाद प्रशासन ने गांव में डेरा जमा लिया था. तमाम सरकारी योजनाएं भी आनन-फानन में इस गांव मे पंख लगाकर उतर आईं. जल जीवन मिशन के तहत पाइप बिछाकर घरों में तेजी से नल लगना शुरू हो गए. पानी को घरों में पहुंचाने के लिए बिजली का नया ट्रांसफार्मर भी लग गया. नई सड़क, बिजली के नए पिलर, बिजली के तार और घरों में नए मीटर पकरिया गांव की नई कहानी बयां कर रहे हैं.
गांव की साफ-सफाई और चटक रंगरोगन से आंगनबाड़ी भी अपनी चमक बिखेरने लगी है. गांव के हर हितग्राही को राशन का वितरण किया जा चुका है. पिछले एक हफ्ते से शासन के आला अधिकारी गांव में चौपाल लगाकर हर समस्या का निदान कर रहे हैं. गांव की सुमित्रा देवी बताती हैं, "हमारे घर पर बिजली पानी कनेक्शन नहीं था. लेकिन प्रधानमंत्री जी के आने से पहले लाइट और नल का कनेक्शन मिल गया है." कौशल्या देवी कहती हैं, "यहां नल लग गया, मीटर लग चुका हैं. खंभा भी लग चुका है."
पकरिया गांव में रहते हैं 2775 परिवार
शहडोल जिले के पकरिया गांव में 2775 परिवार रहते हैं. इसमें 1462 आदिवासी परिवार हैं. पकरिया गांव में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने वाले सभी लोगों का कोविड टेस्ट कराया गया है. गांव में 3 हजार पुलिसकर्मी तैनात हैं.
पीएम मोदी के लिए था स्पेशल खाना
इसी गांव में पीएम मोदी आदिवासी परंपरा के तहत जमीन पर बैठकर सरई की पत्तल में भोजन करने वाले थे. तीन दोने में से एक में तुअर दाल, दूसरे में करी और तीसरे में कुटकी की खीर परोसी जाती. कोदो का भात और महुआ का मालपुआ भी मेन्यू में शामिल था. मक्का और आटे की रोटी भी परोसी जानी थी. लाल भाजी और चौलाई भाजी का भी इंतजाम था. तीन तरह के शर्बत में आम का पना, बेल और अमरूद का शर्बत परोसा जाता.
पीएम मोदी 10 महीने में 5वीं बार मध्य प्रदेश के दौरे पर आने वाले थे. उनके हर दौरे में आदिवासी और विंध्य के लोग मौजूद रहे हैं. विंध्य में 30 सीटें हैं, जिनमें पिछले विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 24 जीत ली थीं. इस वजह से कांग्रेस सत्ता के करीब पहुंचकर बहुमत से दूर हो गई. कोशिश आदिवासी वोटरों के साथ क्षेत्र पर भी पकड़ मजबूत बनाने की है. राज्य में 5 महीने बाद विधानसभा चुनाव है.
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