बीजेपी सरकार मध्य प्रदेश पर लगा ‘बीमारू टैग’ हटाने में सफल हुई : अमित शाह

अमित शाह ने विपक्षी कांग्रेस से राज्य में अपने लगभग पांच दशक के शासन का रिपोर्ट कार्ड देने को कहा. मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं.

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मध्यप्रदेश की बीजेपी सरकार का रिपोर्ट कार्ड जारी किया.
भोपाल:

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार का 2003-2023 तक का 'रिपोर्ट कार्ड' रविवार को जारी किया और दावा किया कि इन वर्षों में भाजपा सरकार ने राज्य के ऊपर से ‘बीमारू श्रेणी' (पिछड़ेपन) का टैग सफलतापूर्वक हटा दिया है. उन्होंने कहा कि ‘बीमारू राज्य' कांग्रेस शासन की विरासत था. 

शाह ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का नाम लिए बिना कहा कि प्रदेश के लोगों ने 2003 में ‘‘मिस्टर बंटाधार '' की सरकार को हटाकर एक ऐतिहासिक निर्णय लिया था. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले 20 वर्षों में राज्य को विकसित और आत्मनिर्भर बनाने की नींव रखी.

शाह ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार का 20 साल का 'रिपोर्ट कार्ड' जारी किया. 

कांग्रेस अपने लगभग पांच दशक के शासन का रिपोर्ट कार्ड दे

उन्होंने विपक्षी कांग्रेस से राज्य में अपने लगभग पांच दशक के शासन का रिपोर्ट कार्ड देने को भी कहा. प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं.

अमित शाह ने यह विश्वास भी जताया कि अगले साल होने वाले आम चुनाव में भाजपा राज्य की सभी 29 लोकसभा सीटें जीतेगी.

‘बीमारु' (BIMARU) एक संक्षिप्त नाम है जिसका उपयोग अक्सर बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के लिए किया जाता है. इन राज्यों को आर्थिक विकास, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और अन्य सूचकांकों के मामले में पिछड़ा हुआ माना जाता रहा है.

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भाजपा ने प्रदेश को विकास के पथ पर आगे बढ़ाया

शाह ने कहा, 'मध्य प्रदेश 1956 में अस्तित्व में आया और तब से, पांच-छह वर्षों को छोड़कर, कांग्रेस ने 2003 तक राज्य पर शासन किया, लेकिन उनके शासन के दौरान राज्य ‘बीमारू' बना रहा.' उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा सरकार ने सफलतापूर्वक राज्य को ‘बीमारू टैग' से बाहर निकाला है और विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को लागू करके इसे विकास के पथ पर आगे बढ़ाया है.''

शाह ने कहा, “गेहूं निर्यात में 45 प्रतिशत योगदान के साथ मध्यप्रदेश देश में शीर्ष पर है. प्रदेश ने पहले स्थान पर बने रहने के लिए 3.62 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड (सरकारी स्वास्थ्य योजना के) वितरित किए हैं. मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत विकसित ग्रामीण सड़कों की गुणवत्ता देश में सबसे अच्छी है.”

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उन्होंने कहा कि ‘पीएम आवास योजना' (पीएमएवाई) के तहत ग्रामीण इलाकों में मकान बनाने में राज्य दूसरे स्थान पर है और स्वच्छता योजना में इंदौर शहर पिछले छह साल से पहले स्थान पर बना हुआ है.

राज्य में 1.36 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए

विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए, शाह ने कहा, “पिछले पांच वर्षों में राज्य में 1.36 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं. प्रति व्यक्ति आय 2003 में 12,000 रुपये से बढ़कर वर्तमान में 1.40 लाख रुपये हो गई है. 44 से अधिक शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में लाखों गरीब परिवारों को पीएमएवाई के तहत पक्के घर मिले हैं.”

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अमित शाह ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का नाम नहीं लिया लेकिन दावा किया कि ‘मिस्टर बंटाधार' के शासनकाल में खासकर बिजली, पानी और सड़क सहित हर मामले में राज्य पिछड़ रहा था.

शाह ने कहा, 'कभी बीमारु राज्य के रूप में जाना जाने वाला मध्य प्रदेश अब विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है. पिछले 20 वर्षों में भाजपा सरकार ने बिजली, पानी, सड़क और शिक्षा के क्षेत्रों में नए आयाम स्थापित किए हैं.' उन्होंने यह साबित करने के लिए सड़क, उद्योग और स्वास्थ्य क्षेत्रों में विकास के आंकड़ों पर भी प्रकाश डाला और कहा कि मध्य प्रदेश पिछले 20 वर्षों में एक विकसित राज्य बन गया है.

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लोकसभा चुनाव में जनता राज्य की सभी सीटें भाजपा को देगी 

शाह ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में राज्य के लोगों ने भाजपा को कुल 29 में से 27 सीटें दीं, जबकि 2019 में उन्होंने उनकी पार्टी को 29 में से 28 सीटें दीं. शाह ने कहा, ‘‘मेरा दृढ़ विश्वास है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में राज्य की जनता यह बची हुई एक सीट भी भाजपा को देगी.''

साल 2019 में कांग्रेस को राज्य में एकमात्र छिंदवाड़ा लोकसभा सीट मिली थी, जिसे पार्टी के वरिष्ठ नेता कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ ने जीता था.

शाह ने कहा, ‘‘जिस कांग्रेस ने अपने लगभग 53 साल के शासनकाल में राज्य को बीमारू बना दिया, वह अब इसे विकसित राज्य बनाने का वादा कर रही है. अगर कांग्रेस में साहस है तो उसे राज्य में अपने 50 साल के शासन का रिपोर्ट कार्ड पेश करना चाहिए. हम देश में जहां भी सत्ता में हैं, वहां जवाबदेही देने की एक नई परंपरा शुरू की है.'

उन्होंने कहा, ‘मिस्टर' बंटाधार और (कमल) नाथ की जोड़ी कांग्रेस के 53 साल के शासन का रिपोर्ट कार्ड दे.

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