भोपाल की सांसद और बीजेपी (BJP) नेता प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Pragya Singh Thakur) के बयान से मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार (Shivraj Singh Chauhan Government) कठघरे में आ गई है. प्रज्ञा सिंह ने मंच से कहा कि उनके गोद लिए गए गांवों में गरीब लोग अपनी बच्चियों को बेचकर पुलिस को पैसे देते हैं. यह मामला 17 सितंबर का है, जब उद्योग व्यापार मंडल के कार्यक्रम में प्रज्ञा ने कहा कि उन्होंने तीन गांव गोद लिए हैं. इन गांव की गरीब बच्चियों की वे पढ़ाई लिखाई में मदद करती हैं. मंडल की तरफ से भी उन्हें कुछ सामग्री दी गई है.
प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि, उन गांवों में लोग गरीब हैं. वे कच्ची शराब बनाते और बेचते हैं. ऐसे में पुलिस उन्हें पकड़कर ले जाती है तो वे अपनी बच्चियों को बेचकर पुलिस को पैसे देते हैं और अपने लोगों को छुड़ाते हैं.
भोपाल की सांसद के इस बयान पर कांग्रेस हमलावर है. कांग्रेस प्रवक्ता और राज्य महिला आयोग की सदस्य संगीता शर्मा ने कहा, यह मध्यप्रदेश का दुर्भाग्य है कि एक सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर बयान देती हैं, बताती हैं कि तीन बस्तियों के क्या हालात हैं. वे कच्ची शराब बनाकर बेचते हैं, पुलिस उन्हें पकड़ लेती है तो वो अपनी बच्चियों को बेचते हैं फिर उन्हें पुलिस से छुड़ाते हैं. ये बहुत दुखद और निंदनीय है.
संगीता शर्मा ने कहा कि, 18 वर्षों से शिवराज सिंह की सरकार है जो बड़े-बड़े दावे करते हैं 'बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ' के, और भोपाल जैसी राजधानी में ये हालात हैं... जो सांसद महोदया खुद बयान कर रही हैं. यह साफ साबित करता है कि मध्यप्रदेश में जो बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, वे झूठे हैं. मेरी मुख्यमंत्री जी से मांग है कि इस तरह के अवैध धंधे किए जा रहे हैं तो मैं साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर से भी पूछना चाहती हूं, इन बच्चियों को किसे बेचा जा रहा है, वे खरीदार कौन हैं इसे भी स्पष्ट करें.
इस मामले में मध्यप्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्र ने कहा कि, साध्वी जी हमारे परिवार की हैं, हमारी पार्टी की हैं. इस संबंध में उन्हें कोई भी जानकारी है तो हमें बताएं, कानून अपना काम करेगा.
वैसे प्रज्ञा ठाकुर ने पिछले तीन सालों में कई बार ऐसे बयान दिए हैं जिससे ना सिर्फ राज्य सरकार बल्कि केन्द्र सरकार भी कठघरे में आ चुकी है.
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