मध्य प्रदेश: जिंदगी की जंग हार गई सीहोर की सृष्टि, 52 घंटों के बाद बोरवेल से निकाला गया शव

एक अधिकारी ने कहा कि वह बोरवेल में करीब 135 फुट की गहराई तक फिसल गई थी. अधिकारियों ने कहा कि सेना की एक टीम भी बचाव अभियान में शामिल हुई, जबकि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा आपातकालीन प्रतिक्रिया बल (एसडीईआरएफ) की टीम पहले से ही लड़की को बचाने के लिए काम कर रही थीं.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
बोरवेल से करीब 52 घंटों की मशक्कत के बाद बृहस्पतिवार को निकाली गई.

सीहोर (मध्य प्रदेश): मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में बोरवेल से करीब 52 घंटों की मशक्कत के बाद बृहस्पतिवार को निकाली गई. ढाई साल की बच्ची को अस्पताल ले जाने के बाद मृत घोषित कर दिया गया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि नाबालिग की बोरवेल में पहले ही मौत हो चुकी थी और जब उसे बाहर निकाला गया तो उसका शव सड़ी-गली हालत में मिला.

उन्होंने कहा कि पीड़िता के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. एक अन्य अधिकारी ने कहा कि मंगलवार दोपहर करीब एक बजे मुंगावली गांव में सृष्टि 300 फुट के बोरवेल में गिर गई थी. बृहस्पतिवार शाम 5.30 बजे उसे बाहर निकाला गया और जांच के लिए एंबुलेंस से जिला अस्पताल ले जाया गया.

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कहा कि वह शुरू में बोरवेल में लगभग 40 फुट की गहराई में फंसी हुई थी, लेकिन बचाव कार्य में लगी मशीनों के कंपन के कारण वह लगभग 100 फुट और नीचे खिसक गई जिससे कार्य और कठिन हो गया.

एक अधिकारी ने कहा कि वह बोरवेल में करीब 135 फुट की गहराई तक फिसल गई थी. अधिकारियों ने कहा कि सेना की एक टीम भी बचाव अभियान में शामिल हुई, जबकि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा आपातकालीन प्रतिक्रिया बल (एसडीईआरएफ) की टीम पहले से ही लड़की को बचाने के लिए काम कर रही थीं. उन्होंने बताया कि लड़की को बचाने के लिए बृहस्पतिवार सुबह रोबोटिक विशेषज्ञों की एक टीम भी अभियान में शामिल हुई.

ये भी पढ़ें:- 

Featured Video Of The Day
New Delhi की झुग्गी वालों के लिए Arvind Kejriwal का बड़ा संदेश, 'गलती से गलत स्याही लग वाली...' | AAP
Topics mentioned in this article