- महाराष्ट्र के दो इंजीनियर ठगों को एक व्यक्ति से 2.27 करोड़ रुपये ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
- आरोपियों ने खुद को दिल्ली साइबर पुलिस बताकर मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखाकर बड़ी रकम ठगने की योजना बनाई.
- गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से 9 मोबाइल, 15 से अधिक सिम कार्ड और 3 बैंक खातों की पासबुक जब्त की गई है.
महाराष्ट्र के संभाजीनगर से दो इंजीनियर ठगों को गिरफ्तार किया गया है. दोनों आरोपियों ने तमिलनाडु के एक शख्स से 2.27 करोड़ रुपये ठग लिए. मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखाकर शख्स से दोनों ठगों ने इतनी बड़ी रकम ठग ली. इस मामले में पुलिस ने वडगांव कोल्हाटी के रहने वाले श्रीकांत सुरेशराव गडेकर और तिसगांव चौफुली, वालुज के नरेश कल्याणराव शिंदे को गिरफ्तार कर लिया है. ये कार्रवाई ग्रामीण पुलिस की स्थानीय अपराध शाखा ने तमिलनाडु के तांबरम पुलिस की एक टीम के साथ मिलकर की.
मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखाया
आरोपियों ने चेन्नई के तिरुवनंतपुरम इलाके में रहने वाले एक सेवानिवृत्त कर्मचारी प्रभाकरण कुंडुचंद्रन रुवी से संपर्क किया. खुद को दिल्ली साइबर पुलिस बताकर, उन्होंने उसे गिरफ्तार करने की धमकी दी और कहा कि उसके केनरा बैंक खाते से मनी लॉन्ड्रिंग के ज़रिए बड़ी वित्तीय धोखाधड़ी हुई है, इन धमकियों से डरकर शख्स ने 2 करोड़ 27 लाख 24 हज़ार 900 रुपये चुका दिए.
इंजीनियरों ने ठगे 2.27 करोड़ रुपये
ये पता चला है कि दोनों आरोपियों को डिजिटल अरेस्ट के लिए ज़रूरी कानून और तकनीक का अच्छा ज्ञान है. इन आरोपियों ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. इनको पकड़ने के लिए शहर और ग्रामीण इलाकों में लगातार 2 दिनों तक तलाशी अभियान चलाया गया था.
महाराष्ट्र से धरे गए आरोपी, मोबाइल, सिम जब्त
इस अपराध की जांच के दौरान, तमिलनाडु साइबर अपराध शाखा को सूचना मिली कि संदिग्ध छत्रपति संभाजीनगर शहर में हैं. एक विशेष टीम ने दो दिन के तलाशी अभियान के बाद आरोपियों को धर दबोचा. पुलिस ने उनके पास से 9 मोबाइल जब्त किए हैं. इनमें से 3 मोबाइल निजी कामों के लिए इस्तेमाल किए जाते थे, उनके पास से 15 से ज्यादा सिम कार्ड, 3 बैंक खातों की पासबुक जब्त की गईं. उनके पास 3 और बैंक खाते होने की भी जानकारी सामने आई हैं.