'ठाकरे भाइयों' के बीच BMC चुनाव के लिए हुआ समझौता, जानें कब होगा औपचारिक ऐलान

बीएमसी चुनावों से पहले उद्धव ठाकरे (शिवसेना यूबीटी) और राज ठाकरे (एमएनएस) के बीच गठबंधन हो गया है. जल्‍द ही इसका आधिकारिक ऐलान किया जाएगा.

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  • उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी और राज ठाकरे की एमएनएस के बीच बीएमसी चुनावों से पहले गठबंधन हो गया है
  • कार्यकर्ता इस गठबंधन को स्वीकार कर पहले से ही जमीनी स्तर पर सहयोग कर रहे हैं
  • गठबंधन का मुख्य आधार महाराष्ट्र के स्कूलों में हिंदी भाषा को पहली कक्षा में थोपने के विरोध में एकजुट होना था
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मुंबई:

बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) चुनावों से पहले उद्धव ठाकरे (शिवसेना यूबीटी) और राज ठाकरे (एमएनएस) के बीच गठबंधन अब आधिकारिक हो गया है. शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर दोनों ठाकरे भाइयों की फोटो पोस्ट की. इससे पहले पत्रकारों से बात करते हुए संजय राउत ने 'मनोमिलन' (दिलों का मिलन) की पुष्टि करते हुए कहा था कि दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने इस गठबंधन को दिल से स्वीकार कर लिया है और वे पहले से ही जमीनी स्तर पर साथ मिलकर काम कर रहे हैं.

'ठाकरे भाइयों' के बीच हुआ समझौता

संजय राउत ने बताया, 'जब दोनों भाई महाराष्ट्र के स्कूलों में पहली कक्षा से हिंदी थोपने के खिलाफ एक साथ आए, तभी 'मनोमिलन' (दिलों का मिलन) हो गया था. सीट-शेयरिंग व्यवस्था को कल रात अंतिम रूप दिया गया.' उन्होंने आगे कहा कि हालांकि गठबंधन एक सच्चाई है, लेकिन खास सीटों के बारे में औपचारिक घोषणा बुधवार को की जाएगी. राउत ने खुलासा किया कि 'ठाकरे भाइयों' के बीच समझौता हो गया है, और जल्द ही औपचारिक सीट-शेयरिंग की घोषणा होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि गठबंधन के लिए जमीनी काम पूरा हो गया है और इस बात पर जोर दिया कि बड़ी संख्या में नगर निकायों के लिए तालमेल बिठाने में समय लगता है, लेकिन मुख्य सौदा फाइनल हो गया है.

संजय राउत ने कहा, 'नगर निगम चुनावों के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. नासिक, पुणे, कल्याण-डोंबिवली और मीरा-भयंदर के बारे में हमारी चर्चा पूरी हो गई है. इतने सारे निगमों से निपटने में स्वाभाविक रूप से कुछ समय लगता है. हालांकि, मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के संबंध में, हमें दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान करना होगा. चूंकि गठबंधन में कुछ सीटों का आदान-प्रदान शामिल होता है, इसलिए हम उन डिटेल्स को फाइनल कर रहे हैं. उम्मीदवार एबी फॉर्म पहले ही बांटे जा रहे हैं.'


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सीटों का बंटवारा कैसे होगा?

राउत ने आगे साफ किया कि अब सवाल यह नहीं है कि वे पार्टनरशिप करेंगे या नहीं, बल्कि यह है कि सीटों का बंटवारा कैसे होगा. उन्होंने दावा किया कि सीट बंटवारे को लेकर कोई अंदरूनी मतभेद नहीं है. 'हम दिल से एक साथ आए हैं.' उन्होंने आगे कहा कि गठबंधन तब पक्का हो गया था जब राज और उद्धव ठाकरे जुलाई में राज्य सरकार के पहली कक्षा से मराठी और अंग्रेजी के साथ हिंदी शुरू करने के कदम के खिलाफ एक साथ आए थे और कहा कि सीट-शेयरिंग को लेकर कोई मतभेद नहीं है. उन्होंने कहा, 'पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश जारी कर दिए गए हैं और गठबंधन को लेकर कार्यकर्ताओं में कोई भ्रम नहीं है.'

महा विकास अघाड़ी फ्रेमवर्क के तहत तालमेल बिठाने जुटा

राउत ने आगे कहा कि महा विकास अघाड़ी फ्रेमवर्क के तहत तालमेल बिठाने के लिए एनसीपी (शरद पवार गुट) के जयंत पाटिल के साथ बातचीत चल रही है. हालांकि कांग्रेस के साथ औपचारिक बातचीत अभी 'बंद' है, लेकिन राउत ने हाल के स्थानीय निकाय चुनावों में उनकी सफलता पर उन्हें बधाई दी. उन्होंने संकेत दिया कि अगर जरूरत पड़ी तो शिवसेना (यूबीटी) भविष्य में कांग्रेस के साथ सहयोग के लिए तैयार है.

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