BMC चुनाव पर महायुति में खटपट! शिंदे गुट ने मांग लीं 100 सीटें, क्या करेगी बीजेपी?

शिवसेना का कहना है कि मुंबई के विभिन्न वार्डों में उनका संगठन मजबूत है और परंपरागत रूप से उनका जनाधार भी बड़ा रहा है. इसी आधार पर उन्होंने बीएमसी में अधिक सीटें दिए जाने की मांग रखी है.

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  • शिवसेना ने आगामी बीएमसी चुनाव में 90 से 100 सीटों की मांग की है और महायुति गठबंधन में चर्चा जारी है.
  • शिवसेना का दावा है कि मुंबई के कई वार्डों में उनका संगठन मजबूत और परंपरागत जनाधार बड़ा है.
  • महालक्ष्मी, दादर, वडाला, अंधेरी और पूर्वी उपनगरों जैसे इलाकों में शिवसेना का वर्षों से प्रभुत्व बना हुआ है.
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मुंबई में होने वाले आगामी बीएमसी चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. सीट बंटवारे को लेकर महायुति गठबंधन में चर्चा जारी है और इसी बीच सूत्र बताते है की शिवसेना ने 90 से 100 सीटों की मांग की है.

पार्टी सूत्रों के अनुसार, शिवसेना का कहना है कि मुंबई के विभिन्न वार्डों में उनका संगठन मजबूत है और परंपरागत रूप से उनका जनाधार भी बड़ा रहा है. इसी आधार पर उन्होंने बीएमसी में अधिक सीटें दिए जाने की मांग रखी है.

'कई इलाकों में शिवसेना का बर्चस्व'

महालक्ष्मी से लेकर दादर, वडाला, अंधेरी और पूर्वी उपनगरों तक, कई वार्डों में शिवसेना ने वर्षों तक अपना प्रभुत्व बनाए रखा है.

BMC चुनाव की तैयारियां जोरों पर

2022 में पार्टी के दो गुटों में विभाजन के बाद परिस्थितियां भले ही बदली हों, लेकिन दोनों ही गुट बीएमसी में अपनी ताकत साबित करने के लिए आक्रामक तरीके से तैयारियों में जुटे हैं.

सीट शेयरिंग के लिए '4+4' फॉर्मूले पर काम कर रहा गठबंधन  

बीएमसी चुनावों के लिए, महायुति ने "4 + 4" फॉर्मूला अपनाया है. भाजपा और शिवसेना (शिंदे समूह) के चार-चार वरिष्ठ पदाधिकारियों और महायुति के अन्य सहयोगी दलों के प्रतिनिधियों वाली एक समन्वय समिति विस्तृत तकनीकी विश्लेषण के बाद सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप देगी. यदि कोई मतभेद होता है, तो शीर्ष नेतृत्व द्वारा उसका समाधान किया जाएगा.

कब होंगे BMC चुनाव?

बता दें कि महाराष्ट्र में निकाय चुनाव कई वर्षों से लंबित हैं.  सुप्रीम कोर्ट ने राज्य चुनाव आयोग को 31 जनवरी 2026 तक इन्हें पूरा कराने की अंतिम समय-सीमा दी है. ये चुनाव तीन चरणों में कराए जाने की संभावना है, जिनमें राज्य भर के कुल 685 स्थानीय निकाय शामिल हैं. बड़े शहरों के नगर निगम (जैसे मुंबई, पुणे, ठाणे आदि) के चुनाव जनवरी तक अंतिम चरण में कराए जाने की संभावना है. इसकी घोषणा अभी नहीं हुई है.

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