ओमिक्रॉन की एंट्री के बीच महाराष्‍ट्र ने बढ़ाई चिंता, कुछ शहरों में R वैल्‍यू 1 के पार, जानें क्‍या हैं इसके मायने..

दरअसल, किसी भी बीमारी के फैलने की दर को री-प्रोडक्शन नंबर यानी आर-वैल्यू कहते हैं. एक संक्रमित से औसतन कितने लोगों में संक्रमण फैल सकता है, यही 'आर' नंबर है.

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मुंबई:

Maharashtra: कोरोनावायरस के नए वेरिएंट Omicron (ओमिक्रॉन) की एंट्री के बीच, महाराष्ट्र में कोविड का ‘R काउंट'1 के बिल्कुल क़रीब पहुंच गया है. मुंबई-पुणे-ठाणे में यह 1 के पार है! R वैल्‍यू या R काउंट, उन लोगों की संख्‍या को बताती है जो कोविड पॉजिटिव व्‍यक्ति के संपर्क में आंकर संक्रमित हो सकते हैं. देश में फ़िलहाल R वैल्‍यू एक से नीचे है लेकिन कुछ बड़े शहरों में यह बढ़ रही है. ओमिक्रॉन के ख़तरे के बीच 'R' काउंट  बढ़ा है. दरअसल, किसी भी बीमारी के फैलने की दर को री-प्रोडक्शन नंबर यानी आर-वैल्यू कहते हैं. एक संक्रमित से औसतन कितने लोगों में संक्रमण फैल सकता है, यही 'आर' नंबर है.

महामारी खत्म होने के लिए R की वैल्यू 1 से कम होनी चाहिए लेकिन सबसे ज़्यादा ओमिक्रॉन मामलों वाले राज्य महाराष्ट्र की आर वैल्यू नवम्बर 18-21 के बीच 0.86 थी जो इस सप्ताह बढ़कर 0.97 हो गई. मुम्बई, पुणे, ठाणे जैसे शहरों में आर वैल्यू 1 से ऊपर दिख रही है. पुणे की आर वैल्यू 1.09 से बढ़कर 1.13 हो गई है. यानी 100 मरीज अन्य 113 को संक्रमित कर रहे हैंमुम्बई की आर वैल्यू इस हफ्ते बढ़कर 1.10 तक पहुंच गई है तो ठाणे में सबसे ज़्यादा 1.19 है.देश के दूसरे बड़े शहरों का आंकलन बताता है कि मुंबई, पुणे के अलावा चेन्नई (1.04) और बेंगलुरु (1.04) में ये एक से ऊपर है और कोलकाता (0.95) में एक के क़रीब पहुंचा है. राज्‍यों की बात करें तो कर्नाटक में ये 1.12, जम्मू-कश्मीर में 1.08 औरतेलंगाना में 1.05 है. राहत की बात यही है कि देश की R वैल्‍यू 1 से नीचे 0.94 के आसपास बनी हुई है.

इंडियन इंस्ट्यिूट ऑफ मैथमेटिकल साइंसेज के प्रोफेसर डॉ. सीताभ्र सिन्‍हा कहते हैं , '1.13 पुणे की R-वैल्यू है, इसका मतलब  100 संक्रमित मरीज़ 113 को संक्रमित कर सकते हैं. मतलब यह है कि अगर एक से ज़्यादा R वैल्यू है तो संक्रमण बढ़ रहा है.हैरानी इस बात की है कि महाराष्ट्र में R वैल्यू 0.97 है, यानी एक के क़रीब लेकिन राज्य के कई ज़िलों में R फ़ैक्टर- संक्रमण दर एक से ज़्यादा है. मुंबई, पुणे, अहमदनगर में एक से ऊपर है और ठाणे में काफ़ी ज़्यादा 1.19 है. यानी 1.2 के एकदम क़रीब. नाशिक में R वैल्यू 1.12 है.' फ़िलहाल देश में ओमिक्रॉन के मामले इतनी तेज़ी से नहीं बढ़ रहे हैं कि वोR वैल्‍यू पर असर दिखा.टास्क फ़ोर्स का मानना है कि आने वाले कुछ हफ़्ते का बदलाव समझना होगामहाराष्ट्र कोविड टास्क फ़ोर्स के सदस्‍य डॉक्‍टर राहुल पंडित कहते हैं, ' मेरे ख्‍याल से थोड़ा और ध्यान देना चाहिए. R वैल्यू ऊपर जाना चिंता की बात है, एक से ऊपर जाने का मतलब है कि एक व्यक्ति एक से ज़्यादा को संक्रमित कर सकता है. इसे अच्छे से समझने के लिए कुछ और हफ़्तों का इंतज़ार करना चाहिए.'महाराष्ट्र में बुधवार को क़रीब 900 कोविड संक्रमित मिले. मुंबई-ठाणे सर्कल में सबसे ज़्यादा 423 वहीं तो पुणे सर्कल में 271 मामले पाए गए. कई राज्यों में नीचे जा रहे R फ़ैक्टर, देश की R वैल्यू स्थिर दिखा रहे हैं लेकिन कुछ राज्यों-शहरों में बढ़ता ट्रेंड चिंता को बढ़ा रहा है.

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