- मुंबई की साकीनाका पुलिस ने एयरपोर्ट इलाके के होटल में साइबर ठगी के रैकेट के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया
- आरोपियों के नाम मोहम्मद मसूद अब्दुल वसीम, अब्दुला लारे अहमद शेख, नूर आलम आशिक अली खान और मनीश कोटेश नंदाला हैं
- पुलिस को पता चला कि दुबई में मोहसिन और जाफर नामक लोग इस अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी नेटवर्क को चला रहे हैं
मुंबई की साकीनाका पुलिस ने एयरपोर्ट इलाके में मौजूद एक होटल के अंदर बड़ी छापेमारी करते साइबर ठगी के रैकेट में शामिल 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस की इस कार्रवाई में गिरफ्तार किये गए आरोपियों की पहचान मोहम्मद मसूद अब्दुल वसीम, अब्दुला लारे अहमद शेख, नूर आलम आशिक अली खान और मनीश कोटेश नंदाला के रूप में हुई है. इन आरोपियों से पूछताछ में रैकेट में शामिल 5 और आरोपियों के नाम सामने आये हैं, जो फिलहाल फरार हैं और उनकी तलाश की जा रही है.
साइबर ठगों को रंगे हाथ पकड़ा
मुंबई जोन 10 के डीसीपी दत्ता नलावडे ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी दुबई में बैठे साइबर सरगनाओं को भारतीय बैंक खातों की जानकारी और किट भेजकर ऑनलाइन ठगी में मदद कर रहे थे. आरोपियों के पास से कई बैंक अकाउंट, सिम कार्ड समेत कई अन्य चीजें बरामद की गई हैं. यह एक सुव्यवस्थित अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी रैकेट है. हमारे पास दुबई स्थित मुख्य सरगनाओं की भी जानकारी है. डिजिटल ट्रेल के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है. यह पहली बार है, जब मुंबई पुलिस ने साइबर ठगों को बैंक खाते मुहैया कराने वालों को पहली बार रंगे हाथ पकड़ा है. जांच में सामने आया है कि दुबई में मोहसिन और जाफर नामक व्यक्ति इस नेटवर्क को संचालित कर रहे हैं.
होटल के रूम नंबर 208 पर छापा मारा और फिर...
साकीनाका पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, इस मामले में साइबर सेल में कार्यरत पुलिस कॉन्स्टेबल किरण धनंजय कोरे ने शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस को सूचना मिली कि एयरपोर्ट रोड स्थित होटल गेटवे स्टार के रूम नंबर 208 में कुछ लोग बैंक खातों की जानकारी दुबई में अपने साथियों को भेज रहे हैं. सूचना मिलते ही पुलिस की टीम ने तत्परता से कार्रवाई की. पुलिस ने होटल के रूम नंबर 208 पर छापा मारा, जहां से मोहम्मद मसूद अब्दुल वसीम (25 वर्ष) को पकड़ा गया. जांच में पता चला कि मसूद अपने साथियों की मदद से बैंक खाते, चेक बुक, एटीएम कार्ड और सिम कार्ड इकट्ठे कर दुबई में बैठे अपने आकाओं को भेज रहा था.
दुबई में बैठकर चला रहे ठगी का नेटवर्क
मसूद से पूछताछ में उसके साथियों अब्दुला लारे अहमद शेख (24 वर्ष), नूर आलम आशिक अली खान (42 वर्ष), मनीश कोटेश नंदाला (30 वर्ष), अब्दुल खालीक अब्दुल कादिर खान (31 वर्ष) और अरबाज फजलानी के नाम सामने आये हैं. इसके बाद पुलिस ने ओम साई गेस्टहाउस में छापा मारकर अब्दुला लारे अहमद शेख, नूर आलम आशिक अली खान और मनीश कोटेश नंदाला को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में मसूद ने खुलासा किया कि वह मोहसिन और जाफर नामक शख्स के संपर्क में था, जो दुबई में बैठकर ठगी के इस नेटवर्क को चला रहे हैं।
ऑनलाइन गेमिंग और बेटिंग वेबसाइट्स से करोड़ों की ठगी
पुलिस ने कार्रवाई के दौरान 12 मोबाइल फोन,1 पासपोर्ट, 1 यूएई आईडी कार्ड, 8 सिम कार्ड, बैंक चेकबुक और डेबिट कार्ड जब्त किए गए. पुलिस ने सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को सील कर फॉरेन्सिक जांच हेतु भेज दिया है. प्रारंभिक जांच में सामने आया आया है कि यह नेटवर्क देशभर में ऑनलाइन गेमिंग और बेटिंग वेबसाइट्स के माध्यम से लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है. इस केस में और भी कई बैंक खातों व मोबाइल नंबरों की जांच की जा रही है. फिलहाल पुलिस आगे की जांच में जुटी है.














