मुंबई के कांदिवली में हीरानंदानी हेरिटेज हाउसिंग सोसायटी में फर्जी वैक्सीनेशन कैम्प मामले में गिरफ्तार 4 लोगों को 25 जून तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है. कांदिवली पुलिस ने प्राथमिक जांच के बाद एफआईआर दर्ज कर इन लोगों को अरेस्ट किया था. कांदिवली की हीरनंदानी हाउसिंग सोसायटी में 30 मई को कैम्प लगाया गया था. बाद में अलग-अलग अस्पतालों के सर्टिफिकेट आने पर लोगों ने संदेह जाहिर किया था. जिसके बाद से पुलिस मामले की जांच कर रही है और अब चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
एडिशनल सीपी दिलीप सावंत ने कहा कि जिस आदमी ने वैक्सीनेशन कैम्प लिया, कैम्प के लिए जिसने मदद की और जो सर्टिफिकेट जनरेट किया गया उसके लिए अस्पताल की आई डी चुराई गई, उसमे सोसायटी के सदस्यों का नाम फीड कर फोर्ज सर्टिफिकेट तैयार की गई , ऐसे 4 लोगोँ को पकड़ा गया है.
सोसायटी के मुताबिक, प्रत्येक टीके के लिए हमने 1460 रुपये का भुगतान किया. सोसायटी को शक है कि उनके साथ ठगी हुई है. इसलिए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी.
दरअसल, हीरानंदानी हेरिटेज रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन सोसायटी ने अपनी शिकायत में कहा था कि 30 मई को आवासीय परिसर द्वारा एक टीकाकरण शिविर का आयोजन किया गया था, लेकिन बाद में पाया गया कि को-विन पोर्टल पर पंजीकरण कराने वाले लोगों का कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है और उन्हें विभिन्न अस्पतालों के नाम पर प्रमाण पत्र प्राप्त हुए हैं.
शिकायत में कहा गया, ''अगर टीका नकली पाया जाता है, तो जिन लोगों को टीका लगाया गया है, उन्हें इससे निपटने के लिए एक चिकित्सा आपात स्थिति का सामना करना पड़ेगा. इसलिए, पूरे प्रकरण की तत्काल जांच कराने की आवश्यकता है ताकि इस तरह की धोखाधड़ी की गतिविधियों को अन्य स्थानों पर दोहराया न जाए.''
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