किसान होना आसान नहीं... यह कहावत कई बार सुनी होगी. लेकिन जब यह कहावत एक दृश्य बनकर सामने आती है, तो दिल को भीतर तक झकझोर देती है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक वीडियो (Farmer Video Viral) इन दिनों लाखों लोगों के दिल को छू रहा है. वीडियो में एक किसान बारिश के बीच अपनी मूंगफली की फसल को बहने से बचाने के लिए जमीन पर लेटा हुआ दिखाई दे रहा है.
बारिश में बह गया अनाज, क्या करे बेबस किसान
तेज़ बारिश की वजह से चारों ओर पानी बह रहा है, और वह किसान दोनों हाथों से अपनी फसल को समेटने की कोशिश करता दिख रहा है, मानो हर दाना उसकी उम्मीद का प्रतीक हो. यह दृश्य सिर्फ एक प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि एक किसान की असहायता, उसका संघर्ष और उसके टूटते सपनों की दर्दनाक झलक है.यह घटना महाराष्ट्र के वाशिम जिले की है. मानोरा बाजार समिति में किसान अपनी फसलें, मूंगफली, मूंग, चना और तूर बेचने के लिए लाए थे.
बारिश से मिट्टी में मिली किसान की मेहनत
गुरुवार को अचानक आई तेज बारिश ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया. खुले में रखा अनाज पूरी तरह भीग गया. फसल की सुरक्षा के लिए कोई ढांचा नहीं, कोई इंतज़ाम नहीं. किसानों को केवल किस्मत के भरोसे छोड़ दिया गया था. सुविधा न मिलने पर किसान का पसीना पानी बनकर बह जाता है, और उसकी मेहनत मिट्टी में मिल जाती है.
किसानों के लिए क्या है समाधान?
सोशल मीडिया पर अब ऐसी भी प्रतिक्रिया आ रही है की यह वीडियो केवल एक किसान की कहानी नहीं है, यह भारत के उन लाखों किसानों की कहानी है, जो हर मौसम, हर मुसीबत और हर व्यवस्था की खामियों से लड़ते हुए देश का पेट भरते हैं. लोग सोशल मीडिया पर इन किसानों के लिए संवेदनशीलता की नहीं, समाधान की मांग कर रहे है. एक ऐसी व्यवस्था की जो किसानों की मेहनत की रक्षा कर सके. वरना हर बारिश के बाद इसी तरह कोई न कोई किसान अपने सपनों को भीगता देख मजबूर हो जाएगा.