एक बार मैंने कमिटमेंट कर दी तो... फिर बरसीं उद्धव गुट की नेता सुषमा अंधारे, निंबालकर पर लगाए नए आरोप

सुषमा अंधारे ने कहा कि अभी तो यह ट्रेलर है, पिक्चर अभी बाकी है. उन्होंने बॉम्बे हाईकोर्ट से मामले की जांच के लिए एक स्वतंत्र समिति गठित करने की भी मांग की.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • सतारा में महिला डॉक्टर आत्महत्या मामले में घिरे पूर्व सांसद रणजित निंबालकर पर सुषमा अंधारे ने नए आरोप लगाए हैं
  • शिवसेना नेता सुषमा ने दो जुड़वां बहनों के आत्महत्या की कोशिश का कथित मामला उठाते हुए निंबालकर पर निशाना साधा
  • सुषमा ने बॉम्बे हाईकोर्ट से स्वतंत्र जांच समिति गठित करके निंबालकर के खिलाफ जांच की मांग की है
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

महाराष्ट्र के सतारा में महिला डॉक्टर की आत्महत्या मामले में घिरे बीजेपी के पूर्व सांसद रणजित सिंह निंबालकर के मानहानि नोटिस के बाद उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना नेता सुषमा अंधारे ने फिर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करके हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाया कि फलटण की दो जुड़वां बहनों ने कथित रूप से निंबालकर द्वारा परेशान किए जाने के बाद आत्महत्या का प्रयास किया था. उन्होंने कथित सबूत के तौर पर ऑडियो क्लिप और सुसाइड नोट भी पेश किया. 

सुषमा अंधारे ने मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मैंने दो बहनों का मुद्दा उठाया था. उन्होंने एक सुसाइड नोट में दावा किया कि सांसद रंजीत दादा हम पर दबाव बना रहे हैं. अंधारे ने कहा कि चार पन्नों के पत्र में रंजीत दादा का कितनी बार ज़िक्र हुआ, ये देखना चाहिए. यह लड़की भी आईसीयू में थी लेकिन बच गई. अंधारे ने सवाल उठाया कि यह पत्र 6 नवंबर 2022 को लिखा गया था लेकिन उस पर विचार क्यों नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि मैं महिला आयोग के बारे में बात नहीं कर सकती क्योंकि मेरा उस पर से विश्वास उठ गया है. 

उन्होंने सुनील तटकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि अपने लोगों के लिए गलत व्यक्ति को गलत स्थिति में मत डालो. अगर आप भाजपा के साथ जाना चाहते हैं तो मुख्यमंत्री द्वारा क्लीन चिट दिए जाने के बाद आप एक भाजपाई को क्लीन चिट दे रहे हैं. उन्होंने सीडीआर निकालकर जांच करने की भी मांग की. 

सुषमा ने कहा कि मैं 50 करोड़ वाले दावे से नहीं डरती. मैं रोज ऐसे दस्तावेज सामने लाऊंगी क्योंकि अगर एक बार मैंने कमिटमेंट कर दी तो मैं अपने आपकी भी नहीं सुनती. उन्होंने कहा कि मुझे धमकी मत दो, मैं कोई उपद्रवी नहीं हूं. मैं एक विनम्र व्यक्ति हूं. मैं 2 या 3 तारीख को फलटण जा रही हूं, जो करना है करो. 

शिवसेना नेता ने दावा किया कि यह इकलौता मामला नहीं है, ऐसे कई मामले हैं. निंबालकर की जांच होनी चाहिए वरना मैं फलटण पुलिस स्टेशन जाकर बैठ जाऊंगी. उनका कहना था कि वह रोज एक पीड़ित को सामने लाएंगी. अभी तो यह ट्रेलर है, पिक्चर अभी बाकी है. उन्होंने बॉम्बे हाईकोर्ट से एक स्वतंत्र जांच समिति गठित करने की भी मांग की.

Featured Video Of The Day
Rajasthan School Uniform Policy: राजस्थान में एक होगी सरकारी और प्राइवेट स्कूल की यूनिफॉर्म