- महाराष्ट्र में राजभवन का नाम आधिकारिक तौर पर महाराष्ट्र लोकभवन कर दिया गया है.
- राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने लोकभवन को समाज के विभिन्न वर्गों के संवाद और सहयोग का केंद्र बनाने के निर्देश दिए.
- लोकभवन का नामकरण सरकार और जनता के बीच सेवा और संवाद का मजबूत सेतु बनने के उद्देश्य को दर्शाता है.
देश भर में राज भवनों का नाम बदलकर लोक भवन रखने के फैसले के बाद महाराष्ट्र राजभवन का नाम अब आधिकारिक तौर पर 'महाराष्ट्र लोकभवन' कर दिया गया है. महाराष्ट्र और गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने इस संबंध में राजभवन सचिवालय को निर्देश जारी किए हैं. राज्यपाल ने कहा कि यह निर्णय लोकभवन को अधिक जन-केंद्रित, पारदर्शी और लोककल्याण हेतु पूर्णतः समर्पित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण और मार्गदर्शक कदम है.
उन्होंने यह अपेक्षा भी व्यक्त की कि ‘लोक भवन' के रूप में जाना जाने वाला यह भवन अब केवल राज्यपाल का निवास और कार्यालय तक सीमित न रहकर, राज्य के नागरिकों, समाज के विभिन्न वर्गों, छात्रों, शोधकर्ताओं, किसानों और नागरिक संगठनों के साथ संवाद, सहयोग और सहभागिता का एक जीवंत केंद्र बने.
लोक भवन संवैधानिक दायित्वों तक ही सीमित नहीं रहेगा
राज्यपाल ने यह भी कहा कि ‘लोकभवन' का नामकरण इस उद्देश्य को प्रतिबिंबित करता है कि यह भवन सरकार और राज्य की जनता के बीच सेवा, सहयोग और संवाद का एक मजबूत सेतु बने. उन्होंने स्पष्ट किया कि लोक भवन संवैधानिक दायित्वों तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह समाज की आशाओं, आकांक्षाओं और समस्याओं के प्रति संवेदनशील रहकर जनता से सीधा और सार्थक संबंध बनाए रखेगा, तभी यह अपने वास्तविक अर्थ में ‘लोकभवन' कहलाएगा.
बदला जा सकता है यूपी के CM दफ़्तर का नाम
केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार, देश भर में राज भवनों का नाम बदलकर लोक भवन रखने के फैसले के बाद यूपी सरकार पशोपेश में है. यूपी में मुख्यमंत्री जिस इमारत में बैठते हैं, उसका नाम पहले से लोक भवन है. ऐसे में राज भवन का नाम लोक भवन पड़ने के बाद अब यूपी के मुख्यमंत्री दफ़्तर का नाम बदला जा सकता है.
अखिलेश यादव ने लगाया नाम चुराने का आरोप
पहले सीएम कार्यालय एनेक्सी में हुआ करता था. समाजवादी पार्टी की सरकार आने पर मुख्यमंत्री कार्यालय के लिए एक नई इमारत का निर्माण कराया और इसका नाम लोक भवन रखा था. हालांकि अखिलेश यादव इस इमारत में बतौर सीएम कभी बैठ नहीं पाए, क्योंकि इसके शुरू होने पर बीजेपी की सरकार बन गई थी. आज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर काम के साथ साथ नाम चुराने का भी आरोप लगा दिया.
इनपुट- IANS के साथ














