कल्याण में जमीन अधिग्रहण से नाराज किसानों ने वाहनों में आग लगा दी.
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
- मुंबई से 80 किलोमीटर दूर कल्याण-बदलापुर हाईवे पर उग्र प्रदर्शन
- दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान हवाई पट्टी के लिए ली गई थी किसानों की जमीन
- नौसेना फिर से कर रही है 1700 एकड़ भूमि का अधिग्रहण
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
मुंबई:
मुंबई से 80 किलोमीटर दूर कल्याण-बदलापुर हाईवे गुरुवार की सुबह अचानक जल उठा. नाराज किसानों ने न सिर्फ चक्का जाम किया, गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी भी की. अपने खेत और गांव पर अधिग्रहण का खतरा देखकर किसान इस कदर उग्र हो गए कि पुलिस की चार गाड़ियों में भी आग लगा दी.
इस इलाके में हालात इतने खराब हो गए कि खुद पुलिस आयुक्त को भी मैदान में उतरना पड़ा. ठाणे पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने बताया कि बंदोबस्त में लगे डीसीपी तक पर हमला किया गया. इसलिए पुलिस को पैलेट गन का इस्तेमाल करना पड़ा जिसमे सात-आठ आंदोलनकारी जख्मी हो गए. पुलिस ने सभी को अस्पताल पहुंचाया. हमले में 17 पुलिस कर्मी भी जख्मी हुए हैं. पुलिस ने दंगा करने के साथ हत्या की कोशिश का मामला भी दर्ज किया है.
मामला सन 1942 का
बताया जाता है कि दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान अंग्रेजों ने कल्याण में नेवाली गांव के पास हवाई पट्टी बनाने के लिए किसानों की जमीन ली थी जिसे बाद में वापस कर दिया गया. अब नौसेना इस जगह को फिर से अधिग्रहीत कर रही है. तकरीबन 1700 एकड़ के घेरे में दर्जन भर गांवों की जमीन आ रही है. पुलिस के मुताबिक साल भर से यह मसला चल रहा है. गांव वाले अदालत भी गए हैं. सरकार और गांव वालों से बातचीत चल रही थी.
गांव वालों की मानें तो सारे विवाद की जड़ वह दीवार है जिसे नैसेना बनवा रही है. गांव वालों का आरोप है कि नौसेना उस दीवार के जरिए उनके घर और खेतों को घेर रही है. लोगों को खेत जोतने से भी मना किया जा रहा है जबकि बाप-दादा के जमाने से वे यहां रह रहे हैं. अब कहां जाएंगे? नेवाली गांव के सरपंच चीनू जाधव ने बताया कि जब हमारा खेत ही नहीं रहेगा तो क्या करेंगे. रोज-रोज मरने से अच्छा है पुलिस की गोली खाकर एक बार में ही मर जाएं.
इस बीच आंदोलन की खबर पाकर इलाके के पालक मंत्री एकनाथ शिंदे भी मौके पर पहुंचे और मुख्यमंत्री से बात कर समाधान निकालने की बात कही. उन्होंने आश्वासन दिया कि किसानों के हक का ख्याल रखा जाएगा.
बहरहाल भारी पुलिस बंदोबस्त की वजह से इलाके में उत्पात नहीं हो रहा लेकिन तनाव बरकरार है. आसपास के गांवों की सड़कों पर जगह-जगह पथराव और आगजनी के निशान मामले की गंभीरता बयां कर रहे हैं. इस बीच नौसेना की पश्चिमी कमान के प्रवक्ता राहुल सिन्हा ने एक बयान जारी कर जमीन 7 / 12 सेना के नाम होने का दावा किया है.
इस इलाके में हालात इतने खराब हो गए कि खुद पुलिस आयुक्त को भी मैदान में उतरना पड़ा. ठाणे पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने बताया कि बंदोबस्त में लगे डीसीपी तक पर हमला किया गया. इसलिए पुलिस को पैलेट गन का इस्तेमाल करना पड़ा जिसमे सात-आठ आंदोलनकारी जख्मी हो गए. पुलिस ने सभी को अस्पताल पहुंचाया. हमले में 17 पुलिस कर्मी भी जख्मी हुए हैं. पुलिस ने दंगा करने के साथ हत्या की कोशिश का मामला भी दर्ज किया है.
मामला सन 1942 का
बताया जाता है कि दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान अंग्रेजों ने कल्याण में नेवाली गांव के पास हवाई पट्टी बनाने के लिए किसानों की जमीन ली थी जिसे बाद में वापस कर दिया गया. अब नौसेना इस जगह को फिर से अधिग्रहीत कर रही है. तकरीबन 1700 एकड़ के घेरे में दर्जन भर गांवों की जमीन आ रही है. पुलिस के मुताबिक साल भर से यह मसला चल रहा है. गांव वाले अदालत भी गए हैं. सरकार और गांव वालों से बातचीत चल रही थी.
गांव वालों की मानें तो सारे विवाद की जड़ वह दीवार है जिसे नैसेना बनवा रही है. गांव वालों का आरोप है कि नौसेना उस दीवार के जरिए उनके घर और खेतों को घेर रही है. लोगों को खेत जोतने से भी मना किया जा रहा है जबकि बाप-दादा के जमाने से वे यहां रह रहे हैं. अब कहां जाएंगे? नेवाली गांव के सरपंच चीनू जाधव ने बताया कि जब हमारा खेत ही नहीं रहेगा तो क्या करेंगे. रोज-रोज मरने से अच्छा है पुलिस की गोली खाकर एक बार में ही मर जाएं.
इस बीच आंदोलन की खबर पाकर इलाके के पालक मंत्री एकनाथ शिंदे भी मौके पर पहुंचे और मुख्यमंत्री से बात कर समाधान निकालने की बात कही. उन्होंने आश्वासन दिया कि किसानों के हक का ख्याल रखा जाएगा.
बहरहाल भारी पुलिस बंदोबस्त की वजह से इलाके में उत्पात नहीं हो रहा लेकिन तनाव बरकरार है. आसपास के गांवों की सड़कों पर जगह-जगह पथराव और आगजनी के निशान मामले की गंभीरता बयां कर रहे हैं. इस बीच नौसेना की पश्चिमी कमान के प्रवक्ता राहुल सिन्हा ने एक बयान जारी कर जमीन 7 / 12 सेना के नाम होने का दावा किया है.
Featured Video Of The Day
Muharram Ashura | Karbala की पूरी दास्तान, भारत से क्या है रिश्ता? | Muharram 2025 | Imam Hussain