- महाराष्ट्र के महानगर पालिका चुनावों में विभिन्न संभागों में गठबंधन और मुकाबले के विभिन्न समीकरण बन रहे हैं
- पश्चिम महाराष्ट्र में शरद पवार और अजित पवार के गुट मिलकर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं
- नागपुर, चंद्रपुर और अमरावती में भाजपा, शिवसेना शिंदे गुट, अजित पवार और MVA के बीच त्रिकोणीय मुकाबला हो सकता है
महाराष्ट्र में आने वाले महानगर पालिका चुनावों के लिए बिसात बिछ चुकी है. राज्य के हर संभाग, पश्चिम महाराष्ट्र से लेकर विदर्भ, मराठवाड़ा, मुंबई MMR तक गठबंधन के समीकरण हर शहर में अलग कहानी बयां कर रहे हैं. कहीं सत्ता पक्ष 'महायुती' एक है, तो कहीं शरद पवार और अजित पवार के गुट हाथ मिलाते दिख रहे हैं.कहीं सत्ता पक्ष 'महायुती' एक है, तो कहीं शरद पवार और अजित पवार के गुट हाथ मिलाते दिख रहे हैं.
पश्चिम महाराष्ट्र; पवार परिवार का दिलचस्प गठजोड़!
पश्चिम महाराष्ट्र में सबसे बड़ा उलटफेर पुणे और पिंपरी-चिंचवड में देखने को मिल रहा है. यहाँ पुणे और पिंपरी-चिंचवड में शरद पवार और अजित पवार के दोनों राष्ट्रवादी गुट एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. जबकि महायुती (BJP-सेना) के बीच बातचीत जारी है, वहीं कांग्रेस, ठाकरे गुट और मनसे ने यहाँ तीसरा मोर्चा संभाला है.कोल्हापुर में महायुती (भाजपा-शिंदे सेना-अजित पवार) एकजुट है, जबकि शरद पवार यहाँ 'आम आदमी पार्टी' और 'वंचित' के साथ मिलकर 'तीसरी अघाड़ी' के तौर पर मैदान में हैं. कांग्रेस-ठाकरे गुट का अलग गठबंधन है.इचलकरंजी में मुकाबला महायुती(शिंदे-BJP-अजित) बनाम कांग्रेस-ठाकरे गठबंधन के बीच है. सांगली में BJP-सेना के बीच चर्चा शुरू है तो सामने NCP दोनों गुट और कांग्रेस की युति बनती दिख रही है. सोलापूर में BJP ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है, जबकि शिंदे सेना और अजित पवार एक साथ हैं, तो वहीं कांग्रेस, ठाकरे सेना, शरद पवार और MNS साथ हैं
विदर्भ: नागपुर और चंद्रपुर में त्रिकोणीय मुकाबला
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के गढ़ नागपुर में भाजपा और शिंदे सेना के बीच गठबंधन की चर्चा है, लेकिन अजित पवार यहाँ अकेले चुनाव लड़ रहे हैं. MVA यहां कांग्रेस, ठाकरे गट और शरद पवार के साथ खड़ी है.चंद्रपुर में फ़िलहाल BJP-शिंदे की जोड़ी पर सस्पेंड है, अजित पवार यहां अकेले मैदान में हैं, जबकि यहां उद्धव ठाकरे और प्रकाश आंबेडकर की 'वंचित बहुजन अघाड़ी' के बीच गठबंधन हुआ है.अमरावती में बीजेपी-शिंदे के बीच चर्चा है, अजित पवार अकेले मैदान में हैं, ठाकरे गुट और कांग्रेस साथ है.अकोला में समीकरण थोड़े जटिल हैं, यहां शरद पवार और कांग्रेस साथ हैं, लेकिन ठाकरे गुट के साथ 8 सीटों पर 'फ्रेंडली फाइट' होने की संभावना है. वहीं BJP-शिंदे-अजित पवार के बीच बातचीत जारी है.
नासिक में राजनीतिक समीकरण काफी दिलचस्प और थोड़े पेचीदा हैं, यहाँ महायुति के बीच सीटों को लेकर खींचतान के बीच शिंदे सेना-अजीत पवार साथ आए हैं, बीजेपी अलग लड़ रही है. वंचित को भी साथ लेने की कोशिश है. वहीं ठाकरे सेना-MNS-शरद पवार-कांग्रेस साथ लड़ रहे हैं.धुले में भाजपा ने अकेले चुनाव लड़ने का मन बनाया है, जबकि शिंदे सेना और अजित पवार गुट साथ हैं. कांग्रेस-उद्धव सेना-एमएनएस-शरद पवार की युति बनती दिख रही है. जलगांव में दिलचस्प बात यह है कि यहां राज ठाकरे की मनसे, उद्धव ठाकरे और शरद पवार के साथ गठबंधन में है. कांग्रेस को लाने की कोशिश है. वहीं, महायुति BJP-शिंदे-अजित पवार के साथ आने की कोशिश है.मालेगांव में कांग्रेस और एमआईएम (MIM) ने हाथ मिलाया है, जो एक बड़ा उलटफेर साबित हो सकता है. MNS-ठाकरे सेना-शरद पवार का गठबंधन है तो बीजेपी-शिंदे सेना-अजित पवार के बीच चर्चा शुरू है.अहिल्यानगर में महायुती और MVA , दोनों के तीनों प्रमुख घटक दल एकजुट होकर लड़ने की तैयारी में हैं.
मुंबई और एमएमआर में क्या है स्थिति
मुंबई में बृहन्मुंबई नगर निगम BMC चुनाव के लिए मुख्य मुकाबला BJP-शिंदे सेना गठबंधन, उद्धव सेना-MNS भाइयों की जोड़ी और कांग्रेस-वंचित बहुजन अघाड़ी के बीच त्रिकोणीय होने जा रहा है. अजित पवार की एनसीपी ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है, जिससे समीकरण और भी दिलचस्प हो गए हैं.नवी मुंबई में BJP और शिवसेना (शिंदे गुट) के बीच गठबंधन की स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है, क्योंकि दोनों पक्ष अपनी मजबूत पकड़ के कारण अधिक सीटों की मांग कर रहे हैं और 'सीट शेयरिंग' का अंतिम निर्णय होना बाकी है
ठाणे उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का गढ़ होने के कारण यहाँ शिवसेना (शिंदे गुट) का पलड़ा भारी है, जहां BJP के साथ गठबंधन में शिवसेना के प्रमुख हिस्सेदारी के साथ चुनाव लड़ने की प्रबल संभावना है. पनवेल में भाजपा का वर्चस्व रहा है. फिलहाल भाजपा-शिंदे सेना गठबंधन मजबूत दिख रही है, लेकिन शेकाप (PWP) और उद्धव गुट मिलकर उन्हें टक्कर देने की तैयारी में हैं.पनवेल में भाजपा और शिवसेना (शिंदे गुट) के बीच गठबंधन तय है, जबकि उनके खिलाफ शेतकरी कामगार पक्ष, उद्धव ठाकरे गुट, कांग्रेस और शरद पवार गुट मिलकर 'महाविकास अघाड़ी' के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. इनके साथ MNS भी मिलकर भाजपा को चुनौती दे रही है.
मीरा-भाइंदर में बीजेपी-शिंदे सेना-अजीत पावर के बीच चर्चा शुरू है तो सामने है कांग्रेस-ठाकरे-शरद पवार की जोड़ी. वसई-विरार में हितेंद्र ठाकुर की बहुजन विकास अघाड़ी, कांग्रेस और MNS के साथ मिलकर महायुती को चुनौती दे रही है, जबकि ठाकरे गुट ने यहाँ अकेले लड़ने का नारा दिया है.कल्याण-डोंबिवली में भाजपा और शिंदे सेना का गठबंधन तय हो चुका है, जिसके सामने ठाकरे गुट और मनसे की चुनौती होगी. कांग्रेस और वंचित के बीच गठबंधन की चर्चा जारी है. उल्हासनगर में भाजपा अकेले लड़ रही है, जबकि शिंदे सेना ने कलानी और साई पार्टी के साथ स्थानीय गठबंधन किया है. तो ठाकरे और MNS साथ है, कांग्रेस को लेने के लिए बातचीत जारी है. भिवंडी में भाजपा (30 सीट) और शिवसेना (20 सीट) मिलकर चुनाव लड़ेंगे, जबकि अजित पवार गुट, कांग्रेस और शरद पवार गुट स्वतंत्र रूप से चुनाव मैदान में उतरेंगे, साथ ही शिवसेना (UBT) और मनसे के बीच गठबंधन की संभावना है.
मराठवाड़ा में क्या है स्थिति
छत्रपति संभाजीनगर में अजित पवार अकेले चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि शरद पवार और ठाकरे गुट के बीच गठबंधन की बातचीत अंतिम चरण में है.लातूर में स्थिति सबसे अलग है, यहाँ फिलहाल सभी प्रमुख दल एक-दूसरे के खिलाफ अकेले चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं.परभणी में महायुति (भाजपा-शिंदे सेना) के बीच गठबंधन की चर्चा जारी है, जबकि ठाकरे गुट, कांग्रेस, शरद पवार और अजित पवार गुट एक साथ चुनावी मैदान में हैं.जालना और नांदेड़ में MVA और महायुती के बीच सीधी टक्कर होने की उम्मीद है, जहां वंचित बहुजन अघाड़ी की भूमिका निर्णायक हो सकती है.
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