डांस बार, रमी विवाद... इन मंत्रियों के कारण हो रही फडणवीस सरकार की किरकिरी?

महाराष्ट्र विधानमंडल सचिवालय उस वीडियो की आंतरिक जांच कर रहा है, जिसमें कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे विधानपरिषद में अपने मोबाइल फोन पर कथित तौर पर ‘रमी’ खेलते हुए नजर आ रहे हैं.

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कृषि मंत्री विधानपरिषद में खेल रहे थे मोबाइल पर रमी!
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  • महाराष्ट्र सरकार के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे विधानपरिषद में मोबाइल पर रमी खेलते हुए विवादों में घिरे हैं.
  • संजय शिरसाट पर आयकर नोटिस के बाद नकदी से भरे बैग के वीडियो और होटल घोटाले के आरोप लगे हैं.
  • शिवसेना के योगेश कदम पर मुंबई में डांस बार चलाने और रेत घोटाले में शामिल होने के आरोप लगे हैं.
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मुंबई:

महाराष्‍ट्र की सियासत में इन दिनों काफी उथल-पुथल देखने को मिल रही है. कई विपक्ष के नेता हिंदी बनाम मराठी विवाद को लेकर दिये अपने विवादित बयानों को लेकर घिरे हुए हैं. वहीं, महायुति सरकार के कई मंत्रियों के कारण फडणवीस सरकार की किरकिरी हो रही है. कोई विधानपरिषद में अपने मोबाइल फोन पर कथित तौर पर ‘रमी'खेलने को लेकर विवादों में घिरा है, तो किसी मंत्री पर डांस बार चलाने का आरोप लग रहा है. शिवसेना उद्धव गुट का तो यहां तक दावा है कि महाराष्ट्र सरकार के 72 से अधिक अधिकारी और कई वर्तमान और पूर्व मंत्री 'हनी ट्रैप' के जाल में फंसे हुए हैं. 
 

कृषि मंत्री विधानपरिषद में खेल रहे थे मोबाइल पर रमी!

कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे (अजीत पवार गुट एनसीपी)  विधानपरिषद में रमी खेलने को लेकर विवादों में घिर गए हैं. महाराष्ट्र विधानमंडल सचिवालय उस वीडियो की आंतरिक जांच कर रहा है, जिसमें कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे विधानपरिषद में अपने मोबाइल फोन पर कथित तौर पर ‘रमी' खेलते हुए नजर आ रहे हैं. जिस वीडियो में कोकाटे उच्च सदन में ‘रमी' खेलते हुए नजर आ रहे हैं, उसे सबसे पहले राकांपा (एसपी) विधायक रोहित पवार और बाद में उनकी पार्टी के सहयोगी जितेंद्र अव्हाड द्वारा एक्स पर पोस्ट किया गया था, जिससे राजनीतिक बवाल मच गया. कोकाटे किसान-सरकार भिखारी है, जैसे विवादित बयानों को लेकर भी विरोध झेल रहे हैं.

संजय शिरसाट के हाथ में नकदी से भरे बैग!

संजय शिरसाट (शिवसेना शिंदे नेता और राज्य मंत्री) को एक वायरल वीडियो में कथित तौर पर नकदी से भरे बैग के साथ एक कमरे में देखा गया, इससे पहले उन्हें आयकर विभाग का नोटिस मिला था. पिछले कुछ दिनों में संजय शिरसाट पर कई घोटालों के आरोप भी लगे, जिनमें  संभाजीनगर स्थित होटल विट्स की खरीद-फरोख्त में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी होने का आरोप लगा. शिरसाट के बेटे सिद्धांत शिरसाट का इस सौदे से कनेक्शन सामने आया, उच्च स्तरीय जांच की घोषणा हुई. संजय शिरसाट के बेटे को 110 करोड़ रुपये का होटल 67 करोड़ में मिला, इसलिए टेंडर में घपले का गंभीर आरोप लगा.

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योगेश कदम पर डांस बार चलने का आरोप

योगेश कदम  (शिवसेना शिंदे गुट, गृह राज्य मंत्री) पर डांस बार चलाने का आरोप लगा है. मुंबई के कांदिवली इलाके में 'सावली' नामक एक डांस बार का परमिट योगेश कदम की मां के नाम पर है. इसके अलावा, कदम परिवार पर रेत घोटाले में शामिल होने का भी आरोप लगा है. कदम ने इन आरोपों को खारिज किया है. 

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'हनी ट्रैप' के कथित आरोपों के बादल पूरी महायुति पर! 

शिवसेना उद्धव गुट ने दावा किया है कि महाराष्ट्र सरकार के 72 से अधिक अधिकारी (आईएएस, आईपीएस) और कई वर्तमान और पूर्व मंत्री 'हनी ट्रैप' के जाल में फंसे हुए हैं! राउत ने विशेष रूप से 'चार मंत्रियों' के इसमें शामिल होने का दावा किया है! हालांकि, नाम सार्वजनिक नहीं किए. कांग्रेस विधायक नाना पटोले ने दावा किया है कि उनके पास एक पेन ड्राइव में आरोपों से जुड़े सुबूत मौजूद हैं. 

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महायुति के मंत्रियों में विभागीय कामकाज को लेकर टकराव

राज्य मंत्री माधुरी मिसाल पर सामाजिक न्याय विभाग में एक-दूसरे के लिए बैठकें आयोजित करने के आरोप से मंत्री संजय शिरसाट नाराज़ हैं. नाराज मंत्री संजय शिरसाट ने सीधे राज्य मंत्री माधुरी मिसाल को पत्र लिखकर कहा कि अगर उनके विभाग में कोई बैठक होनी है, तो वह मेरी अध्यक्षता में होनी चाहिए. जबकि सामाजिक न्याय विभाग का काम मंत्री और राज्य मंत्री के बीच बंटा हुआ था. 
विधायक के पत्र के आधार पर मिसाल ने कुछ बैठकें कीं और अधिकारियों-कर्मचारियों को कई निर्देश दिए, लेकिन शिरसाट को इसकी कोई जानकारी नहीं थी. इन बैठकों की जानकारी शिरसाट को मिलने के बाद, शिरसाट ने सीधे राज्य मंत्री माधुरी मिसाल को पत्र लिखकर अपनी नाराज़गी जताई. इतना ही नहीं, पत्र में उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में लिखा कि अगर अब से आप मेरे विषय से संबंधित कोई बैठक आयोजित करना चाहते हैं, तो वह बैठक मेरी अध्यक्षता में होनी चाहिए.
इस समय शिरसाट के इस पत्र की खूब चर्चा हो रही है. इससे पहले भी शिरसाट ने अपनी लाडली बहन के लिए सामाजिक न्याय विभाग से पैसा डायवर्ट किए जाने पर नाराजगी जताई थी.
अब जब राज्य मंत्री शिरसाट के विभाग में बैठकें लेने लगे हैं, तो क्या भाजपा शिवसेना के मंत्रियों को हल्के में ले रही है? यह सवाल उठ रहा है.

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