सेना में होना आसान नहीं, सोचिए उस परिवार पर क्या गुजरती है जब वो अपने जिगर के टुकड़े को देश की रक्षा के लिए बॉर्डर पर भेज रहा हो. उस दुल्हन के बारे में भी सोचिए जिसकी शादी को महज तीन दिन हुए हों. हाथों की मेहंदी अभी उतरी भी नहीं कि अपनी मांग के सिंदूर को भारत मां की रक्षा के लिए उसे विदा करना पड़े. तब आंखें नम होना तो लाजमी हैं. ऐसा ही कुछ महाराष्ट्र (Maharashtra News) में भी हुआ है. भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध (India-Pakistan Attack) जैसे हालात के बीच पति को विदा करते हुए मनोज की पत्नी ने कहा कि देश की रक्षा के लिए अपना सिंदूर भेज रही हूं.
महाराष्ट्र के मनोज पाटिल की शादी तीन पहले ही हुई है. भारत-पाकिस्तान के बीच जंग जैसे हालात के बीच उनको वापस ड्यूटी पर लौटना पड़ा. ये सोचकर ही उस परिवार की आंखें नम हो गईं कि जिसने तीन दिन पहले ही बेटे के सिर पर सेहरा बांधा और उसके हाथों में हल्दी लगाई उसे अब जंग के मैदान में भेजना पड़ रहा है. लेकिन सलाम है उन माता-पिता को, जिन्होंने एक बार भी कुछ और सोचे बिना अपनी आंखों के तारे को सरहद पर भेज दिया.
उस दुल्हन को भी सलाम, जिसने शादी के महज तीन दिन बाद अपने पति को भारत माता की सेवा के लिए विदा कर दिया. परिवार जब मनोज को रेलवे स्टेशन छोड़ने पहुंचा तो वे लोग काफी भावुक नजर आए. मनोज की नई-नवेली पत्नी की आंखों में आंसू साफ दिखाई दे रहे थे. अब तक फिल्मों में ऐसा देखने को मिलता था कि नई-नवेली दुल्हन अपने पति को नम आंखों और भारी मन ने जंग के मैदान में भेजती है. लेकिन मनोज की पत्नी ने भी कुछ ऐसा ही किया.