एयरपोर्ट पर लेट पहुंचने के बाद भी एकनाथ शिंदे ने कैसे की किडनी मरीज की मदद, जानें

किडनी मरीज की मदद पर मंत्री गुलाबराव पाटील ने कहा कि एकनाथ शिंदे आज भी अपने संघर्ष के दिन नहीं भूले हैं. इसीलिए उन्होंने आम इंसान के लिए संवेदनशीलता दिखाई है.

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डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने की किडनी मरीज की मदद.

जलगांव:

वक्त पर पहुंचना हर किसी को पसंद होता है. कोई भी लेट होना नहीं चाहता. लेकिन कहते हैं ना कि कभी-कभी लेट होना भी अच्छा होता है. महराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के लेट होने की वजह से एक किडनी पेशेंट की बड़ी मदद हो गई. दरअसल शिंदे पालकी यात्रा में शामिल होने के लिए मुक्ताई नगर पहुंचे थे. कार्यक्रम में वह पहले से ही लेट पहुंचे तो वापस जलगांव एयरपोर्ट आने में भी वह लेट हो गए. जिसकी वजह से पायलट ने उड़ान भरने से ही मना कर दिया. जिसमें उनका और टाइम खराब हो गया. करीब 45 मिनट के मौन मौनव्वल के बाद पायलट उड़ान भरने पर राजी हुआ. इतने में एक किडनी पेशेंट महिला वहां आ गई, जिसे इलाज के लिए तुरंत मुंबई पहुंचना था. लेकिन उसकी फ्लाइट भी पहले ही छूट चुकी थी. 

डिप्टी सीए शिंदे ने की किडनी पेशेंट की मदद

जब एकनाथ शिंदे को यह बात पता चली कि महिला को इलाज की सख्त जरूरत है तो वह अपने साथ उस महिला को भी जलगांव से मुंबई ले गए. डिप्टी सीए शिंदे के लेट होने की वजह से ही एक मरीज समय पर इलाज के लिए मुंबई पहुंच सकी. दरअसल हुआ कुछ यूं था कि डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे को शुक्रवार को पालकी यात्रा में शामिल होने जलगांव जिले के मुक्ताईनगर जाना था. इसके लिए उनको जलगांव एयरपोर्ट पर 3:45 बजे पहुंचना था. लेकिन तकनीकी खामी की वजह से वह शाम को  6:15 बजे कार्यक्रम में पहुंचे. इसीलिए मुंबई लौटने के लिए जलगांव एयरपोर्ट पर वापस आने में भी उनको लेट हो गया. 

45 मिनट तक पायलट को मनाया, फिर उड़ा विमान

शिंदे रात को 9:15 बजे  जलगांव एयरपोर्ट आ सके. लेकिन उनकी फ्लाइट का समय तो निकल चुका था, जिसकी वजह से पायलट ने उड़ान भरने से ही मना कर दिया. जिसके बाद मंत्री गिरीश महाजन, गुलाबराव पाटील और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने पायलट को करीब 45 मिनट तक मनाया, तब जाकर वह उनको मुंबई ले जाने के लिए राजी हुआ. इतने में वहां शीतल पाटील नाम की एक किडनी पेशेंट वहां पहुंची , जिसकी फ्लाइट पहले ही छूट चुकी थी. लेकिन हेल्थ कंडीशन को देखते हुए उसे तुरंत मुंबई पहुंचना था. 

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एकनाथ शंदे की दरियादिली

डिप्टी सीएम शिंदे को जैसे ही ये बात पता चली उन्होंने तुरंत उस महिला और उसके पति को अपनी फ्लाइट में मुंबई के लिए लिफ्ट दे दी, जिसकी वजह से वह समय पर इलाज के लिए मुंबई एयरपोर्ट पहुंच गई. इतना ही नहीं उसे मुंबई एयरपोर्ट पर भी एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराई गई. गुलाबराव पाटील ने कहा कि एकनाथ शिंदे आज भी अपने संघर्ष के दिन नहीं भूले हैं. उन्होंने आम आदमी के लिए संवेदनशीलता दिखाई है.
 

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