महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections 2024) का समय जैसे-जैसे नजदीक आते जा रहे हैं, महायुति (Mahayuti)और महा विकास अघाड़ी (MVA) में सीटों को लेकर खींचतान भी तेज होने लगी है. दोनों ही गठबंधन अपने-अपने घटक दलों के बीच सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय करने और रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं. महा विकास अघाड़ी (महाराष्ट्र में कांग्रेस, शरद पवार गुट और उद्धव ठाकरे गुट) ने एक महीने के अंदर सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय करने का टारगेट रखा है. सीटों के बंटवारे के लिए बाकायदा एक साझा घोषणापत्र तैयार किया जा रहा है. इसके तहत शिवसेना UBT (उद्धव ठाकरे गुट) 100 से 110 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करने पर विचार कर रही है.
महाराष्ट्र चुनाव को लेकर शिवसेना UBT के एक सूत्र ने बताया, "हम 100 से 110 सीटों पर लड़ सकते हैं. अभी सीएम चेहरे के ऐलान की कोई संभावना नहीं हैं. हमारा फोकस सरकार बदलने पर है." शिवसेना UBT के सूत्र ने इस बीच चुनाव को लेकर BJP से गठबंधन की किसी गुंजाइश से साफ इनकार किया है. सूत्र के मुताबिक, उद्धव ठाकरे निजी हमले और पार्टी में टूट से बेहद आहत हुए हैं. लिहाजा BJP के साथ जाने का कोई सवाल ही नहीं उठता.
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उद्धव ठाकरे ने की INDIA गठबंधन की बैठक बुलाने की अपील
सूत्र ने बताया कि उद्धव ठाकरे ने सीट शेयरिंग पर बात करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से INDIA गठबंधन की बैठक बुलाने की अपील भी की है.
महायुति की कैसी है तैयारी?
दूसरी ओर, BJP की अगुवाई वाले गठबंधन महायुति (BJP, एकनाथ शिंदे गुट और अजित पवार गुट) में भी सीटों को लेकर मंथन चल रहा है. महायुति की कई दौर की बैठकें भी हो चुकी हैं. जुलाई में हुई मीटिंग में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पार्टी नेताओं को निर्देश दिया था कि वो 100 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारियां शुरू करें. पार्टी के मामले से परिचित सूत्र ने बताया कि शिवसेना सीटों की पहचान के बाद इंचार्ज और ऑब्जर्वर अपॉइंट करेगी.
महायुति के घटक दलों में सामने आए मतभेद
लोकसभा चुनाव 2024 में महाराष्ट्र में खराब प्रदर्शन के बाद महायुति के घटक दलों में सीटों के बंटवारे को लेकर मतभेद सामने आने लगे हैं. शिवसेना शिंदे गुट के नेता रामदास कदम BJP और अजित पवार की NCP से बेहद नाराज हैं. शिंदे गुट के वरिष्ठ नेता रामदास कदम ने शिंदे की मौजूदगी में 100 सीटों की मांग की थी. उन्होंने दावा किया था कि इनमें से 90 सीटें हम जीतकर दिखाएंगे.
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अजित पवार की NCP 85 से 100 सीटों पर लड़ना चाहती है चुनाव
दूसरी ओर, महायुति के दूसरे घटक दल अजित पवार की NCP भी विधानसभा चुनाव में 85 से 100 सीटों की मांग कर रही है. अजित गुट के नेता धर्मराव बाबा ने एक सभा में कहा था कि उनकी पार्टी 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा रखती है. इसपर काम भी शुरू कर दिया गया है. महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं. इनमें 36 सीटें मुंबई में आती हैं.
2019 के विधानसभा चुनाव में किसे मिलीं कितनी सीटें?
महाराष्ट्र में पिछली बार 21 अक्टूबर 2019 को विधानसभा के चुनाव हुए थे. चुनाव में 61.4% वोटिंग हुई. BJP-शिवसेना (अविभाजित) के गठबंधन ने बहुमत हासिल किया. लेकिन सीएम पद को लेकर मनमुटाव बढ़ने लगे. शिवसेना ने BJP के साथ गठबंधन खत्म कर लिया. उद्धव ठाकरे ने बाद में कांग्रेस और शरद पवार के साथ मिलकर महा विकास अघाड़ी सरकार बना ली.
फिर अजित पवार ने दिया धोखा
नवंबर 2019 में अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार से बगावत कर दी. अजित पवार ने BJP के साथ सरकार बना ली और डिप्टी CM बन गए. तब देवेंद्र फडणवीस CM बने थे. उनकी सरकार केवल 80 घंटे चली थी. इसके बाद 2019 में ही अजित पवार ने महाराष्ट्र विकास अघाड़ी गठबंधन सरकार में डिप्टी CM पद की शपथ ली. यह सरकार जून 2022 में गिर गई. इसके बाद शिवसेना में टूट हुई और 30 जून 2022 को एकनाथ शिंदे ने BJP के साथ जाकर सरकार बना ली. खुद सीएम बन गए. 2 जुलाई 2023 को अजित पवार ने फिर से बगावत की और BJP-शिंदे सरकार में शामिल हो गए. उन्हें देवेंद्र फडणवीस के बाद दूसरा डिप्टी CM बनाया गया.
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