महाराष्ट्र के दिग्गज मंत्री छगन भुजबल ने आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के लिए 80 से 90 सीटों की मांग कर दी है. इससे ये साफ होता नजर आ रहा है कि जब विधानसभा चुनाव के लिए महायुति गठबंधन सीटों का बंटवारा होगा तो फिर से खींचतान देखने को मिल सकती है. छगन भुजबल का ये बयान सीट बंटवारे से पहले का ट्रेलर है. असली पिक्चर तो सीट बंटवारे के वक्त ही साफ हो पाएगी. यूं तो अभी लोकसभा चुनाव के नतीजे आने में थोड़ा वक्त है, लेकिन उससे पहले ही छगन भुजबल ने आंख दिखाना शुरू कर दिया है.
विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी पार्टियां
लोकसभा चुनाव के नतीजे अभी सामने नहीं आए, मगर इससे पहले ही महाराष्ट्र में सियासी दलों ने 4 महीने बाद यानी अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. इस बीच एनसीपी के नेता ने सीट बंटवारे के वादे को याद दिलाते हुए आंख दिखाना भी शुरू और दिया है. विधानसभा चुनाव के लिए एनसीपी की बैठक में अजित पवार के सामने भुजबल ने अपनी हिस्सेदारी का आंकड़ा एकदम साफ कर दिया. इससे लगभग ये साफ हो गया है कि उनकी पार्टी को विधानसभा चुनाव में कितनी सीट चाहिए.
विधानसभा चुनाव से पहले छगन भुजबल का दर्द छलका
छगन भुजबल ने कहा कि हमें 80-90 सीट मिलेगी, इतनी सीट हमें मिलनी चाहिए और इस बात का ध्यान रखना होगा. लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटो में से बीजेपी-28,शिवसेना ( शिंदे) - 15 और अजित पवार की एनसीपी को केवल 5 सीटे मिली थी. नासिक की सीट को लेकर एनसीपी और शिंदे खेमे वाली शिवसेना के भी खींचतान देखने को मिली थीं.
भुजबल की मांग पर अजित पवार और फडणवीस की प्रतिक्रिया
भुजबल की इस मांग पर अजित पवार ने कहा कि अपनी पार्टी बढ़नी चाहिए. यह सभी को लगता है इसमें कुछ ग़लत नहीं है, लेकिन नासिक की सीट को लेकर जो कुछ हुआ वह सही नहीं है. उधर एनसीपी के आक्रामक रूख पर बीजेपी नेता देवेंद्र फड़णवीस ने भी सधी हुई प्रतिक्रिया दी है. साथ ही उन्होंने कहा कि बंटवारे में सभी दलों का सम्मान रखा जाएगा. इन पार्टियों के साथ आने से एक दूसरे से आगे रहने की होड़, बग़ावत, नाराज़गी जैसी चीज़ें तो होगी. इसलिए कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों की लड़ाई बाकी विधानसभा चुनाव से बेहद कठिन और रोचक रखने वाली है.