एंटीलिया बम केस और मनसुख हिरन की हत्या के आरोप में गिरफ्तार पूर्व एपीआई सचिन वाजे ने अदालत में सुनवाई के दैरान ये कहकर जबको चौंका दिया कि उसे स्टेन स्वामी नहीं बनना. दरअसल, वाजे ने वकील के जरिये अर्जी देकर निजी अस्पताल में ईलाज करवाने की मांग की थी. अर्जी पर सुनवाई के दौरान वाजे ने कहा कि उसे ईलाज की सख्त जरूरत है, इसलिए उसे अनुमति दी जाए. उसे स्टेन स्वामी नहीं बनना है.
84 साल के स्टेन स्वामी यलगार परिषद केस में आरोपी थे. तबियत खराब होने के बाद भी सही ईलाज के लिए उन्हें अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ा था. तब जाकर उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन वहां भी उनकी मौत हो गई. आरोप है कि उन्हें देर से ईलाज मिला.
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सचिन वाजे अभी जेल हिरासत में है उसे हृदय की बीमारी है. इसलिए निजी अस्पताल में ईलाज की मांग की है. अदालत ने दोनों पक्षों की अर्जी सुनने के बाद वाजे को निजी अस्पताल में ईलाज की अनुमति दे दी है लेकिन शर्तों के साथ.
इस बीच जांच एजेंसी NIA ने अदालत से सचिन वाजे और दूसरे पूर्व एपीआई सुनील माने की फिर से पुलिस हिरासत मांगी थी. NIA ने अदालत को बताया कि जांच में कुछ नए तथ्य और सबूत मिले हैं इसलिए सचिन वाजे की 2 दिन और सुनील माने की 5 दिन की पुलिस हिरासत चाहिए ताकि दोनों से नई जानकारी के आधार पर फिर से पूछताछ की जा सके. लेकिन अदालत ने इनकार कर दिया.