महाराष्ट्र के अमरावती (Amravati) शहर में शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बंद के दौरान बड़े पैमाने पर पथराव हुआ और दुकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया. आंदोलनकारियों ने पुलिस और पत्रकारों पर भी पथराव किया. पुलिस ने उपद्रव के बाद आज सुबह बीजेपी नेता और पूर्व कृषि मंत्री अनिल बोंडे (Anil Bonde) को हिरासत में लिया. बीजेपी नेता को हिरासत में लेने के बाद राज्य में सियासत गरमा गई है. बीजेपी प्रवक्ता राम कदम (Ram Kadam) ने महाराष्ट्र में सांप्रदायिक हिंसा भड़की उसके पीछे महाराष्ट्र सरकार का हाथ है.
कदम ने आरोप गया कि महाराष्ट्र की भूमि पर षड्यंत्र के तहत और साजिश के तहत जो सांप्रदायिक दंगे हुए उसके पीछे पूरी तरह से महाराष्ट्र की सरकार है और वे गिरफ्तारी कर रहे हैं बीजेपी नेता की... कैसा दोगलापन है... कैसी विडंबना है कि शिवसेना के नेता, जो त्रिपुरा में घटना घटी ही नहीं उसे घटी हुई दिखाकर लोगों को उकसाने वाला भाषण देते हैं. उस पर कोई कार्रवाई नहीं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी का बयान देखें, राशिद अल्वी का बयान देखें. उसी समय सलमान खुर्शीद की किताब आती है उसमें हिंदुओं के प्रति आपत्तिजनक वाणी का प्रयोग किया जाता है.
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि इन सारे बिंदुओं को जोड़िए. सांप्रदायिक दंगों के पहले महाराष्ट्र में अलग-अलग जगहों पर हजारों लोगों की भीड एकत्र होती है. वहां बताया है जाता है कि कोई काम पर नहीं जाएगा. बताया जाता है कि इस तरह से दंगा किया जाएगा. तब महाराष्ट्र की जांच एजेंसी क्या कर रही थी. क्या वे सो रहे थे या उनकी रिपोर्ट पर महाराष्ट्र सरकार ने कार्रवाई नहीं की. जो जिम्मेदार हैं उन पर कार्रवाई नहीं हो रही है. खुद का दागी चेहरा छुपाने के लिए बीजेपी नेता के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा सकती. चुनावों में लाभ हो इसलिए कांग्रेस और महाराष्ट्र सरकार ने दंगा करवाया है.
पुलिस ने इस मामले में अब तक कुल 15 FIR दर्ज की है और अभी तक कुल 54 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने अब बीजेपी कार्यकर्ताओं के घर पर सर्च ऑपरेशन जारी किया. आज सुबह महाराष्ट्र के वरिष्ठ बीजेपी नेता और पूर्व कृषि मंत्री डॉ अनिल बोंडे को पुलिस ने हिरासत में लिया है. बाकी बीजेपी कार्यकर्ता फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.
वीडियो: अमरावती में हिंसा के बाद लगा कर्फ्यू, त्रिपुरा की घटना पर भड़का महाराष्ट्र