IPS Veerendra Kumar Mishra: मध्य प्रदेश कैडर के पुलिस अधिकारी वीरेंद्र कुमार मिश्रा को केंद्र सरकार ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर उन्हें गृह मंत्रालय में डिप्टी सेक्रेटरी के पद पर नियुक्त किया गया है. नए साल 2026 की शुरुआत के साथ अब वे दिल्ली में अहम भूमिका निभाएंगे. मध्य प्रदेश पुलिस में वीरेंद्र कुमार मिश्रा वो अफसर हैं, जिन्होंने बेदिया समाज की पीढ़ियों से जकड़ी सामाजिक बेड़ियों को तोड़कर हजारों जिंदगियों में उम्मीद की नई रोशनी जगाई.
कार्मिक विभाग द्वारा 29 दिसंबर 2025 को जारी आदेश के अनुसार, गृह मंत्रालय की सिफारिश पर मध्य प्रदेश कैडर में भारतीय पुलिस सेवा के आईपीएस वीरेंद्र कुमार मिश्रा को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के तहत गृह मंत्रालय में डिप्टी सेक्रेटरी नियुक्त किया गया है.
चार साल तक निदेशक पद पर रहेंगे मिश्रा
आईपीएस वीरेंद्र कुमार मिश्रा की केंद्रीय गृह मंत्रालय दिल्ली में यह पोस्टिंग 31 दिसंबर 2025 या पदभार ग्रहण करने की तिथि से चार वर्षों की अवधि के लिए होगी. यानी वे 1 जनवरी 2026 से 31 दिसंबर 2029 तक या सेवानिवृत्ति अथवा अगले आदेश तक गृह मंत्रालय में सेवाएं देंगे.
आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि ACC (Appointments Committee of the Cabinet) के निर्देशों के अनुसार अधिकारी को आदेश जारी होने की तारीख से तीन सप्ताह के भीतर पदभार ग्रहण करना अनिवार्य होगा. तय समय में पदभार न संभालने की स्थिति में केंद्रीय स्टाफिंग योजना से डिबारमेंट की कार्रवाई की जा सकती है.
IPS Virendra Kumar Mishra MP: केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गृह मंत्रालय में डिप्टी सेक्रेटरी नियुक्त
MP कैडर के अनुभवी IPS अधिकारी
IPS वीरेंद्र कुमार मिश्रा 2012 बैच के मध्य प्रदेश कैडर के अधिकारी हैं. वर्तमान में वे पुलिस मुख्यालय भोपाल में अकाउंट सेक्शन में सहायक पुलिस महानिरीक्षक (AIG) के पद पर पदस्थ हैं. इससे पहले वे दतिया जिले में पुलिस अधीक्षक (SP) के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं.
Bedia समाज में बदलाव की कहानी
वर्ष 2007 में राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ क्षेत्र में पदस्थापना के दौरान IPS वीरेंद्र कुमार मिश्रा पहली बार बेदिया समाज की भयावह सामाजिक सच्चाई से रूबरू हुए. इस समुदाय में पीढ़ियों से महिलाएं देह व्यापार के लिए मजबूर थीं और बच्चे शिक्षा से वंचित रहते थे. उस समय स्थिति यह थी कि समुदाय का कोई भी बच्चा नौवीं कक्षा से आगे पढ़ाई नहीं कर पा रहा था. यह हकीकत IPS मिश्रा को भीतर तक झकझोर गई. उन्होंने केवल अफसोस नहीं किया, बल्कि बदलाव की ठान ली. यहीं से शिक्षा और पुनर्वास की वह यात्रा शुरू हुई, जिसने आगे चलकर हजारों जिंदगियों की दिशा बदल दी.
NGO ‘Samvedna' से बदली तकदीर
मानव तस्करी के खिलाफ पहले से सक्रिय IPS मिश्रा ने NGO ‘Samvedna' के माध्यम से Bedia समाज के बच्चों को शिक्षा से जोड़ने का अभियान शुरू किया. शुरुआत में उन्होंने 13 बच्चों को भोपाल भेजकर सरकारी हॉस्टल और स्कूलों में दाखिला दिलवाया. आज उनके प्रयासों का दायरा 6 जिलों के 60 गांवों तक फैल चुका है. 5000 से अधिक लोग इस बदलाव का हिस्सा बन चुके हैं. 70 से ज्यादा छात्र भोपाल में रहकर उच्च शिक्षा, लॉ और सिविल सेवा जैसी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं. इनमें से एक छात्र UPSC सिविल सेवा परीक्षा के इंटरव्यू तक पहुंच चुका है.
आईपीएस वीरेंद्र कुमार मिश्रा का जन्म व शिक्षा
22 दिसंबर 1969 को जन्मे वीरेंद्र कुमार मिश्रा ने बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय, भोपाल से मनोविज्ञान विषय में साल 2004 में पीएच.डी. की. साल 1999 में समाजशास्त्र में एमए और 1988 में गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर से बीएससी और 1995-1997 से जवाहरलाल नेहरू पुलिस अकादमी, सागर से एमपीएस किया.
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