Ganesh Uikey Encounter After Madvi Hidma: भारत को नक्सल मुक्त करने की डेडलाइन 31 मार्च 2026 तय की गई है. इसी लक्ष्य को लेकर सुरक्षाबल नक्सलियों के खिलाफ लगातार ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रहे हैं. जो नक्सली सरेंडर कर रहे हैं, उन्हें मुख्यधारा में लाया जा रहा है और जो हथियार नहीं डाल रहे, उनका एनकाउंटर किया जा रहा है. टॉप नक्सली कमांडर माड़वी हिड़मा के बाद अब 25 दिसंबर 2025 को उस माओवादी को भी मार गिराया गया है, जिसे हिड़मा से भी ज्यादा खतरनाक माना जाता था. एनकाउंटर में मारा गया यह नक्सली था-गणेश उइके.
69 साल की उम्र में भी लाल आतंक का चेहरा
गणेश उइके 69 साल की उम्र में भी ‘लाल आतंक' का झंडा उठाए हुए था. हाथ में AK-47 जैसे अत्याधुनिक हथियार लेकर चलने वाला यह नक्सली बेहद खतरनाक माना जाता था. शायद यही वजह थी कि उस पर 1 करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया गया था.
गणेश उइके कहां का रहने वाला था?
एनकाउंटर में मारा गया नक्सली गणेश उइके तेलंगाना के नलगोंडा जिले के चेंदूर मंडल के पुल्लेमाला गांव का रहने वाला था. वह कुल 7 नामों से जाना जाता था. गणेश उइके के अलावा पक्का हनुमंत, रूपा, राजेश तिवारी, चमरू दादा, गजराला रवि और सोमरू भी उसके नाम थे.
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Ganesh Uikey Encounter in Odisha After Madvi Hidma
गणेश उइके का एनकाउंटर कहां हुआ?
भारत को नक्सलवाद से मुक्त करने के लिए सुरक्षाबल छत्तीसगढ़ के साथ-साथ तेलंगाना, ओडिशा और आसपास के इलाकों में बड़े ऑपरेशन चला रहे हैं. इसी कड़ी में 25 दिसंबर 2025 को ओडिशा के कंधमाल जिले के चाकपाड़ थाना क्षेत्र में गणेश उइके का एनकाउंटर किया गया.
सीपीआई (माओवादी) की सेंट्रल कमेटी का सदस्य
ओडिशा में नक्सल विरोधी अभियान का नेतृत्व कर रहे एक वरिष्ठ अधिकारी ने गणेश उइके के एनकाउंटर की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि उइके सीपीआई (माओवादी) की सेंट्रल कमेटी (CC) का सदस्य था. एनकाउंटर में उसके साथ दो महिला नक्सलियों को भी मार गिराया गया है. सुरक्षाबलों ने उइके को पकड़ने के लिए कई बार ऑपरेशन चलाए, लेकिन हर बार वह बच निकलता था.
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देश में अब सिर्फ 5 टॉप नक्सली बचे
इससे पहले कुख्यात नक्सली सरगना माड़वी हिड़मा को 20 नवंबर 2025 को आंध्र प्रदेश के मारेदुमिल्ली जंगल में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में मार गिराया था. साल 1981 में जन्मा हिड़मा छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के पुवर्ती इलाके का रहने वाला था. हिड़मा और गणेश उइके के एनकाउंटर के बाद अब देश में सिर्फ 5 टॉप नक्सली बचे हैं.
नक्सल मुक्त भारत की दिशा में बड़ी सफलता.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर गृह मंत्री कार्यालय ने जानकारी दी है कि ओडिशा के कंधमाल में चलाए गए एक बड़े ऑपरेशन में अब तक 6 नक्सलियों को मार गिराया गया है, जिनमें सीपीआई (माओवादी) सेंट्रल कमेटी का सदस्य गणेश उइके भी शामिल है. इस बड़ी कामयाबी के बाद ओडिशा पूरी तरह नक्सलवाद मुक्त होने की दहलीज पर पहुंच गया है. केंद्र सरकार ने दोहराया है कि 31 मार्च 2026 से पहले देश से नक्सलवाद का पूरी तरह सफाया किया जाएगा.
नक्सलवाद पर निर्णायक प्रहार-सीएम विष्णु देव साय
छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि नक्सलवाद के विरुद्ध चल रही निर्णायक लड़ाई में आज ओडिशा के कंधमाल–गंजाम सीमावर्ती वन क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने एक और बड़ा प्रहार किया है. खुफिया-आधारित संयुक्त अभियान में प्रतिबंधित CPI (माओवादी) संगठन के शीर्ष नेतृत्व में शामिल गणेश उइके को न्यूट्रलाइज़ किया जाना माओवादी तंत्र की रीढ़ पर सीधा वार है.
यह कार्रवाई स्पष्ट संदेश है कि अब नक्सल हिंसा के लिए कोई सुरक्षित ठिकाना नहीं बचा है. 31 मार्च 2026 तक नक्सल उन्मूलन के संकल्प को पूरा करने की दिशा में यह एक ठोस और निर्णायक कदम है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृढ़ नेतृत्व और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सशक्त मार्गदर्शन में देश पूरी ताकत, स्पष्ट नीति और अटूट इच्छाशक्ति के साथ नक्सल-मुक्त भारत की ओर आगे बढ़ रहा है.
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