- मध्य प्रदेश में मुख्य अभियंता जी.पी. मेहरा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में लोकायुक्त ने छापेमारी की
- छापेमारी में नकद, सोना, चांदी, लग्जरी गाड़ियां, फार्महाउस सहित 17 टन शहद जैसे कई मूल्यवान सामान जब्त किए गए
- फार्महाउस में 17 टन शहद, छह ट्रैक्टर, 32 निर्माणाधीन कॉटेज, गौशाला, तालाब, मछली पालन केंद्र और मंदिर पाए गए
मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार के एक और बड़े मामले का पर्दाफाश हुआ है. लोकायुक्त पुलिस ने सेवानिवृत्त लोक निर्माण विभाग (PWD) के मुख्य अभियंता जी.पी. मेहरा के ठिकानों पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में एक साथ छापेमारी की. यह कार्रवाई भोपाल और नर्मदापुरम जिले के चार अलग-अलग स्थानों पर की गई, जिसमें करोड़ों की बेनामी संपत्ति, भारी मात्रा में नकद, सोना, चांदी और एक फार्महाउस पर 17 टन शहद का चौंकाने वाला भंडार मिला है.
नकदी, सोना और चांदी का 'पहाड़'
लोकायुक्त के चार डीएसपी-रैंक के अधिकारियों के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई में जब्त की गई संपत्ति का ब्यौरा किसी राजा के खजाने से कम नहीं है. कैश इतना था कि अफसरों को उससे गिनने के लिए काउंटिंग मशीन मांगनी पड़ी.
कहां क्या-क्या दौलत मिली?
नगद राशि: अलग-अलग ठिकानों से कुल ₹36.04 लाख नकद मिले.
सोना: 2 किलो 649 ग्राम सोना ज़ब्त किया गया, जिसकी अनुमानित लागत ₹3.05 करोड़ है.
चांदी: 5,523 ग्राम (लगभग 5.5 किलो) चांदी मिली, जिसकी कीमत ₹5.93 लाख है.
लग्जरी गाड़ियां: मेहरा परिवार के नाम पर फोर्ड एंडेवर, स्कोडा स्लाविया, किया सोनेट और मारुति सियाज़ जैसी चार लग्जरी कारें मिलीं.
फार्महाउस में लग्जरी और 17 टन शहद देख चौंके अफसर
मेहरा की संपत्ति का सबसे चौंकाने वाला पहलू नर्मदापुरम जिले के ग्राम सैनी, तहसील सोहागपुर स्थित उनका फार्महाउस था. यह ठिकाना किसी 'ग्रामीण विलासिता के साम्राज्य' जैसा दिखा, जहां अधिकारियों को संपत्ति के एक असामान्य मिश्रण का सामना करना पड़ा. फार्महाउस पर एक नहीं बल्कि 17 टन शहद का बड़ा स्टॉक मिला. 6 ट्रैक्टर, 32 निर्माणाधीन कॉटेज और 7 तैयार कॉटेज मिले. यहां कृषि उपकरण, गौशाला, एक विशाल तालाब, मछली पालन केंद्र और एक मंदिर की भी जानकारी मिली.
चार ठिकानों से मिला अलग-अलग खजाना
लोकायुक्त टीमों ने जिन चार ठिकानों पर छापा मारा, वहां से मिली संपत्तियां मेहरा की अवैध आय की कहानी कह रही हैं:
मणीपुरम कॉलोनी: यहां से ₹8.79 लाख नकद, ₹50 लाख के जेवर, ₹56 लाख की फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और महत्वपूर्ण दस्तावेज़ जब्त किए गए.
ओपल रेजेंसी: इस लग्जरी अपार्टमेंट से सबसे बड़ा खजाना मिला— ₹26 लाख कैश, ₹3.05 करोड़ का सोना (2.6 किलो) और 5.5 किलो चांदी बरामद हुई.
के.टी. इंडस्ट्रीज, गोविंदपुरा: इस फैक्ट्री को मेहरा का बिज़नेस फ्रंट माना जा रहा है. यहां से उपकरण, कच्चा माल और ₹1.25 लाख नकद मिले. फैक्ट्री की पार्टनरशिप में मेहरा के रिश्तेदार रोहित मेहरा और कैलाश नायक के नाम सामने आए हैं.
फिलहाल, जब्त किए गए एफडी, शेयर, इंश्योरेंस पॉलिसी और अन्य संपत्ति से जुड़े कागज़ातों की विस्तृत जांच की जा रही है. लोकायुक्त अधिकारियों ने संकेत दिया है कि अंतिम मूल्यांकन होने के बाद अवैध संपत्ति की कीमत कई करोड़ रुपये और बढ़ सकती है.