World Chocolate Day 2025: हर साल 7 जुलाई के दिन वर्ल्ड चॉक्लेट डे मनाया जाता है. चॉक्लेट अलग-अलग तरह की होती हैं और हर चॉक्लेट का एक अलग स्वाद होता है. चॉक्लेट लवर्स खासतौर से इस दिन को मनाते हैं. वर्ल्ड चॉक्लेट डे को साल 2009 से मनाया जा रहा है. 7 जुलाई के ही दिन साल 1847 में जोसफ फ्राई ने सबसे पहली चॉक्लेट बार बनाई थी, इससे पहले लोग चॉक्लेट को ड्रिंक के तौर पर पिया करते थे. चॉक्लेट बार बनने के दिन यानी 7 जुलाई को ही चॉक्लेट डे के रूप में तय किया गया. क्लासिक मिल्क, डार्क और वाइट चॉक्लेट सबसे ज्यादा पॉपुलर चॉक्लेट्स (Most Popular Chocolate) हैं, लेकिन इनमें से डार्क चॉक्लेट सेहत के लिए सबसे अच्छी बताई जाती है. यहां जानिए डार्क चॉक्लेट खाने पर शरीर को इसके कौन-कौनसे फायदे मिलते हैं. आप भी अपनी मनपसंद चॉक्लेट खाकर चॉक्लेट डे सेलिब्रेट कर सकते हैं. अगर डार्क चॉक्लेट (Dark Chocolate) आपकी फेवरेट है तो और बढ़िया है.
रात में दूध पीकर सोना चाहिए या नहीं? आयुर्वेदिक एक्सपर्ट ने बताया आपकी यह आदत अच्छी है या बुरी
डार्क चॉक्लेट खाने के फायदे | Benefits Of Eating Dark Chocolate
डार्क चॉक्लेट में कोकोआ सॉलिड्स ज्यादा होते हैं और बाकी चॉक्लेट्स की तुलना में इसमें एडेड शुगर कम होती है. यह स्वाद में रिच होती है और मिल्क चॉक्लेट से कम मीठी होती है. डार्क चॉक्लेट अगर मॉडरेशन में खाई जाए यानी सीमित मात्रा में खाई जाए तो सेहत के लिए बेहद अच्छी मानी जाती है और शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद है. हालांकि, इसे जरूरत से ज्यादा खाने से परहेज करना चाहिए.
डार्क चॉक्लेट्स में एंटी-ऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है, खासतौर से इसमें फ्लेवेनॉइड्स होते हैं जो शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स को दूर रखते हैं और क्रोनिक डिजीज जैसे दिल की दिक्कतों (Heart Problems) को दूर रखने में असरदार होते हैं.
फ्लेवेनॉइड्स होने के चलते डार्क चॉक्लेट ब्रेन तक ब्लड फ्लो को बेहतर करती है. इससे ओवरऑल ब्रेन फंक्शन बेहतर होता है. उम्र बढ़ने के साथ होने वाली दिमाग की दिक्कतों को कम करने में भी डार्क चॉक्लेट असरदार है.
डार्क चॉक्लेट के सेवन से ब्लड प्रेशर कम हो सकता है. इस चॉक्लेट का असर गंदे कॉलेस्ट्रोल को कम करने और अच्छे कॉलेस्ट्रोल को बढ़ाने में भी नजर आता है. ऐसे में हेल्दी हार्ट के लिए डार्क चॉक्लेट को खाया जा सकता है.
डार्क चॉक्लेट खाने पर शरीर में स्ट्रेस हार्मोंस कम होने लगते हैं. इससे रिलैक्स्ड महसूस होता है और तनाव (Stress) कम होता है. बहुत से लोग डार्क चॉक्लेट को स्ट्रेस बस्टर की तरह इस्तेमाल करते हैं यानी खाते हैं.
एंटी-ऑक्सीडेंट्स होने के चलते डार्क चॉक्लेट स्किन हेल्थ के लिए अच्छी होती है. यह त्वचा को यूवी डैमेज से बचाती है, स्किन पर हाइड्रेशन को बढ़ाती है और इससे कोलाजन का प्रोडक्शन भी बेहतर होता है. इसीलिए ग्लोइंग स्किन पाने के लिए आप डार्क चॉक्लेट खा सकते हैं.
वेट मैनेजमेंट
कैलोरी में कम होने के चलते डार्क चॉक्लेट को वेट मैनेजमेंट के लिए खाया जा सकता है. इसमें हाई फाइबर होता है जो वजन कम (Weight Loss) करने में मददगार है. इस चॉक्लेट को खाने पर पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस करता है और अनहेल्दी स्नैक्स खाने की क्रेविंग नहीं होती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.