Athlete's Foot Remedy: पैरों में फंगल इंफेक्शन को एथलीट फुट या टिनिया पेडिस कहा जाता है. यह एक आम फंगल इंफेक्शन है जो ज्यादातर उंगलियों के बीच, पैरों के तलवों या नाखूनों के आसपास होता है. इसके चलते व्यक्ति को खुजली, जलन, लाल चकत्ते और त्वचा का छिलना जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता है. अब, अगर आप भी इस तरह की समस्या यानी एथलीट फुट से परेशान हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. आइए एक्सपर्ट से जानते हैं एथलीट फुट से छुटकारा पाने के लिए क्या करें.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
इसे लेकर अमेरिका के बोर्ड सर्टिफाइड फिजिशियन डॉक्टर केन बेरी ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में डॉक्टर बताते हैं, फंगस हमारे पैरों पर हमेशा मौजूद रहता है. लेकिन जब पैरों की सफाई नहीं होती या पैर लंबे समय तक बंद जूतों में रहते हैं, तो यह फंगस स्किन को नुकसान पहुंचाने लगता है. यही एथलीट फुट का कारण बनता है. हालांकि, एक अच्छी बात यह है कि सही देखभाल से न केवल एथलीट फुट को ठीक किया जा सकता है, बल्कि इसे दोबारा होने से रोका भी जा सकता है.
एथलीट फुट होने पर क्या करें?पैरों को सूखा और खुला रखें
सबसे पहले डॉक्टर पैरों को सूखा और खुला रखने की सलाह देते हैं. डॉक्टर केन बेरी बताते हैं, फंगस को गर्म, गीला और अंधेरा माहौल पसंद है. कोशिश करें कि दिन में ज्यादा से ज्यादा समय तक जूते और सॉक्स उतारकर नंगे पैर रहें. घर पर सैंडल या ओपन-टो चप्पल पहनें ताकि हवा पैरों तक पहुंचे.
डॉ. बेरी के मुताबिक, रोज कम से कम 5 मिनट तक पैरों पर सीधी धूप लगाएं. धूप फंगस को खत्म करने में मदद करती है और स्किन को हेल्दी रखती है.
रोजाना पैरों की सफाईपैरों को रोज अच्छे से धोएं. नाखूनों के आसपास सफाई के लिए पुराना टूथब्रश इस्तेमाल करें. रोज साफ और सूखे सॉक्स पहनें. यह छोटी आदतें फंगस को बढ़ने नहीं देंगी.
ज्यादा मीठा और कार्बोहाइड्रेट वाला खाना इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देता है, जिससे फंगल इंफेक्शन बढ़ सकता है. इसलिए डाइट में शुगर और रिफाइंड कार्ब्स कम करें.
डायबिटीज की जांच करवाएंअगर बार-बार एथलीट फुट हो रहा है, तो यह डायबिटीज का शुरुआती संकेत हो सकता है. इस कंडीशन में डॉक्टर से ब्लड शुगर और अन्य टेस्ट कराएं.
इन सब से अलग डॉक्टर बताते हैं, सेब के सिरके, हाइड्रोजन पेरॉक्साइड या अल्कोहल से पैरों की सफाई करने पर भी अस्थायी राहत मिल सकती है. हालांकि, इसे पूरे पैर पर लगाने से पहले एक बार पैच टेस्ट कर लें, अगर ऐसा करने से आपको जलन का एहसास हो, तो इन्हें आजमाने से बचें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.