10 बजे, 12 बजे, 2 बजे...रात को किस समय सोने से शरीर पर कैसा असर पड़ता है? जानें रात में कितने बजे सोना और सुबह कितने बजे उठना सबसे अच्छा है

What is the golden time of sleep: सेहत को दुरुस्त बनाए रखने के लिए केवल 8 घंटे की नींद नहीं, बल्कि सही समय पर सोना भी उतना ही जरूरी है.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
रात में कितने बजे सोना और सुबह कितने बजे उठना सबसे अच्छा है?

Right Time to Sleep: अच्छी सेहत के लिए अच्छी नींद बेहद जरूरी है लेकिन आज की लाइफस्टाइल में लोगों का देर रात तक जागना आम बात बन चुकी है. अधिकतर लोगों का मानाना होता है कि हेल्दी रहने के लिए केवल 8 घंटे सोना काफी है. ऐसे में वे देर रात तक जागते हैं और फिर अगले दिन देर तक सोते हैं. अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं, तो बता दें कि सेहत को दुरुस्त बनाए रखने के लिए केवल 8 घंटे की नींद नहीं, बल्कि सही समय पर सोना भी उतना ही जरूरी है. इसे लेकर हेल्थ कोच उर्वशी अग्रवाल ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में उन्होंने रात को सोने का सही समय और सुबह जागने का सही समय बताया है. आइए जानते हैं इसके बारे में- 

जावित्री की चाय पीने के क्या फायदे हैं? न्यूट्रिशनिस्ट ने बताया जावित्री किस काम आती है

10 बजे सोकर सुबह 5 बजे उठना 

हेल्थ कोच बताती हैं, रात 10 बजे से सुबह 5 बजे के बीच सोना शरीर के लिए 'गोल्डन रिपेयर टाइम' माना जाता है. इस समय शरीर सबसे अच्छे से खुद को रिपेयर करता है, पाचन बेहतर होता है, हार्मोन बैलेंस रहते हैं और सुबह उठने पर मन और बॉडी भी ज्यादा फ्रेश महसूस होती है. इस समय नींद लेने से आपका सर्केडियन रिदम सूर्य के प्राकृतिक चक्र के साथ सिंक में रहता है.

12 बजे सोकर सुबह 8 बजे उठना 

अगर आप रात 12 बजे सोते हैं तो शरीर को शुरुआती रिपेयर वाला समय (9 से 11 बजे तक) नहीं मिल पाता है. वहीं, सुबह देर से उठने पर आप 6–8 बजे की हल्की धूप भी मिस कर देते हैं, जो शरीर की बॉडी क्लॉक सेट करने में बहुत मदद करती है. ऐसे लोग अक्सर सुस्ती, थकान और कमजोर पाचन की शिकायत करते हैं.

2 बजे सोकर सुबह 10 बजे उठना 

रात को 2 बजे तक जागने से बॉडी का सर्केडियन रिदम पूरी तरह बिगड़ जाता है. इससे पाचन कमजोर होता है, दिनभर चिड़चिड़ापन रहता है और मीठा खाने की क्रेविंग भी बढ़ जाती है. यह आदत आपको धीरे-धीरे वजन बढ़ने और अनहेल्दी लाइफस्टाइल की ओर धकेल देती है.

4 बजे सोकर दोपहर 12 बजे उठना

इन सब से अलग अगर आप रोज सुबह के समय 4 बजे सोते हैं और अगले दिन 12 बजे उठते हैं, तो शरीर का मेलाटोनिन (नींद वाला हार्मोन) उत्पादन पूरी तरह गड़बड़ा जाता है. इससे तनाव बढ़ता है, ब्लड प्रेशर असंतुलित हो सकता है और शरीर हर समय थकान व बेचैनी महसूस करता है. लंबे समय तक यह रूटीन आपकी मानसिक और शारीरिक सेहत पर भारी पड़ सकता है.

तो सबसे अच्छा नींद का समय क्या है?

उर्वशी अग्रवाल कहती हैं, रात 9:30–10:30 के बीच सोना और सुबह 5–6 बजे के बीच उठना बॉडी के लिए सबसे अच्छा है. ये समय शरीर को प्राकृतिक रूप से हेल्दी रखने में मदद करता है. इससे एनर्जी, पाचन, मूड और हार्मोन सब बैलेंस रहते हैं और आप खुद को हमेशा एक्टिव और फिट महसूस करते हैं. ऐसे में 9 घंटे सोने के साथ अपने सोने के समय पर भी उतना ही ध्यान दें. 

Advertisement

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Sanchar Saathi App पर होने लगी सियासत, विपक्ष क्यों जता रहा विरोध ? | Rahul Gandhi
Topics mentioned in this article