कान में जम गया है मैल? आयुर्वेदिक डॉक्टर ने बताया इस तेल की 2 बूंद डाल दें, सुबह तक सारी गंदगी आ जाएगी बाहर

Ayurvedic Remedy For Ear Wax: डॉक्टर प्रताप चौहान बताते हैं, आयुर्वेद में कान की सफाई के लिए एक बेहद सरल, सुरक्षित और प्राकृतिक तरीका बताया गया है, जिसे 'कर्णपूरण' कहा जाता है. आइए जानते हैं इसके बारे में-

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कैसे साफ करें कान का मेल?

Kaan ka mail kaise nikale: अक्सर हम अपने कानों की सफाई के लिए कॉटन की ईयरबड का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह तरीका आपके कानों को नुकसान पहुंचा सकता है? ईयरबड से मैल बाहर निकलने की बजाय अंदर और गहराई में चला जाता है, जिससे कान में खुजली, जलन, सूजन और सुनने में परेशानी हो सकती है. मामले को लेकर NDTV संग हुई बातचीत के दौरान आयुर्वेद के निदेशक और वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर प्रताप चौहान ने बताया, कान का मैल कोई गंदगी नहीं होता, बल्कि यह शरीर की एक प्राकृतिक सुरक्षा प्रणाली का हिस्सा है. यह मैल धूल, कीटाणु और कीड़े-मकोड़ों को कान में जाने से रोकता है. लेकिन जब यह ज्यादा जम जाता है या सूख जाता है, तो असुविधा होने लगती है. इस स्थिति में इसे साफ करने के लिए आप एक नेचुरल तरीका आजमा सकते हैं.  

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कैसे साफ करें कान का मेल?

इसे लेकर डॉक्टर प्रताप चौहान बताते हैं, आयुर्वेद में कान की सफाई के लिए एक बेहद सरल, सुरक्षित और प्राकृतिक तरीका बताया गया है, जिसे 'कर्णपूरण' कहा जाता है. इसमें कान के अंदर खास औषधीय तेल की 1-2 बूंदे डाली जाती हैं, ये तेल धीरे-धीरे जमा हुए मैल को ढीला करता है और उसे शरीर से प्राकृतिक तरीके से बाहर निकाल देता है.

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कौन-सा तेल इस्तेमाल करें?

डॉक्टर प्रताप चौहान के मुताबिक, कर्णपूरण के लिए आप जैतून के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं. इस तेल में सूजन कम करने, संक्रमण से बचाने और कान को नमी देने वाले गुण होते हैं. 

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कैसे करें इस्तेमाल?
  • इसके लिए रात को सोने से पहले तेल को हल्का गुनगुना कर लें.
  • ड्रॉपर की मदद से दोनों कानों में 2-2 बूंद डालें.
  • तेल डालने के बाद कुछ देर के लिए एक तरफ लेट जाएं ताकि तेल कान के अंदर तक पहुंच सके.
  • अगली सुबह गुनगुने पानी में भीगे हुए साफ कपड़े को कान के अंदर हल्का घुमाएं. 
  • ऐसा करने से कान का जमा मैल धीरे-धीरे अपने आप बाहर निकल सकता है.
इन बातों का रखें खास ध्यान

डॉक्टर प्रताप चौहान इस नुस्खे को आजमाने से पहले कुछ खास बातों का ध्यान रखने की सलाह देते हैं. जैसे-

  • अगर आपको कान में पहले से ही किसी तरह का कोई संक्रमण, चोट या एलर्जी की समस्या है, तो इस तरह के किसी भी नुस्खे को आजमाने से बचें.
  • तेल बहुत ज्यादा गर्म न करें, साथ ही 2 बूंद से ज्यादा तेल कान में न डालें.  
  • यह प्रक्रिया हफ्ते में एक बार करनी पर्याप्त है.
  • इन सब अलग अगर कान में दर्द, सूजन या पस है तो पहले डॉक्टर से सलाह लें.

 
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.


 

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