What vitamin deficiency causes eye twitch: आंखों का फड़कना एक आम बात है. कई बार नींद पूरी न होने के चलते आंख फड़कने लगती हैं. कुछ समय बाद ये समस्या खुद-ब-खुद ठीक भी हो जाती है. हालांकि, अगर आपके साथ काफी समय से ऐसा हो रहा है. यानी अगर आपकी आंख बार-बार फड़क रही है, तो इसे नजरअंदाज न करें. इस कंडीशन में ये आपके शरीर में कुछ जरूरी पोषक तत्वों की कमी का संकेत हो सकता है. आइए जानते हैं इसे लेकर एक्सपर्ट क्या कहते हैं-
क्यों बार-बार फड़कती है आंख?
हाल ही में फेमस न्यूट्रिशनिश्ट लीमा महाजन ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक पोस्ट शेयर की है. इस पोस्ट में पोषण विशेषज्ञ बताती हैं, बार-बार आंख फड़कने की समस्या मैग्नीशियम और विटामिन B12 की कमी के कारण हो सकती है.
मैग्नीशियम की कमी से क्या होता है?मैग्नीशियम हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी मिनरल है. यह मांसपेशियों के सही तरीके से काम करने और नसों की कार्यप्रणाली को कंट्रोल करने में मदद करता है. जब शरीर में इसकी कमी हो जाती है, तो आंखों की मांसपेशियों पर असर पड़ सकता है और आंख फड़कने लगती हैं.
बॉडी में मैग्नीशियम की कमी को पूरा करने के लिए न्यूट्रिशनिश्ट कद्दू के बीज, केला और पालक जैसी चीजों को डाइट का हिस्सा बनाने की सलाह देती हैं. ये मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत हैं.
विटामिन B12 की कमी का असरवहीं, विटामिन B12 की कमी से थकान, कमजोरी, नर्वस सिस्टम से जुड़ी समस्याएं और मसल्स में ऐंठन हो सकती है. आंख फड़कना भी इसी का एक लक्षण है.
शरीर में विटामिन बी 12 की मात्रा को बढ़ाने के लिए आप दूध और दूध से बने प्रोडक्ट जैसे दही, पनीर आदि खा सकते हैं. इसके अलावा अंडे, मांस, मछली आदी में भी अच्छी मात्रा में विटामिन बी 12 पाया जाता है.
इन बातों का रखें ध्यान- न्यूट्रिशनिश्ट बताती हैं, अगर आप बहुत ज्यादा चाय या कॉफी पीते हैं, तो यह भी आंख फड़ने का एक कारण हो सकता है. कैफीन मसल्स में ट्विचिंग को बढ़ा सकता है.
- साथ ही नींद की कमी भी इसका कारण बन सकती है. ऐसे में हर दिन कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.