Weight Loss: खुद को टिपिकल हाउसवाइफ कहने वालीं अंजू आज खुद भी यकीन नहीं कर पातीं कि अपनी फिटनेस जर्नी में वे किस तरह इतना आगे निकल आईं हैं. एक गृहणी से पावरलिफ्टर और नैशनल बॉडीबिल्डर बनने तक का सफर जयपुर की रहने वालीं अंजू मीणा (Anju Meena) ने किस तरह तय किया यह जानकर हर कोई चौंक जाता है. अंजू भी आम महिलाओं की तरह शादी के बाद घर-गृहस्थी के कामों में व्यस्त थीं लेकिन मां बनने के बाद वजन घटाने के लिए एक्सरसाइज करने लगीं. अंजू ने कुछ महीनों के अंतराल में 25 किलो से ज्यादा वजन घटा लिया और आज अपनी बॉडी बिल्डिंग और वेट लॉस ट्रांसफोर्मेशन से पहचान बना रही हैं. एनडीटीवी से खास बातचीत में अंजू ने बताया अपने वर्कआउट रूटीन (Workout Routine) और खानपान के बारे में जिससे उन्हें वजन घटाने में मदद मिली.
अंजू बताती हैं, "मैं 2 बच्चों की मां हूं और प्रेग्नेंसी के दौरान ही मेरा वजन कही ज्यादा बढ़ गया था. मैंने डाइटिंग करने की कोशिश की लेकिन कमजोर महसूस करने लगी. मेरा वजन 72 किलो तक बढ़ गया था और मुझे वजन घटाने की जरूरत थी. मैंने शुरू में घर के स्टोर रूम में ही वर्कआउट करना शुरू किया. घर में छोटा सा जिम सेट-अप किया था जिसमें डंबल और बार्बल रखे थे. इसके बाद जिम का कोर्स जॉइन किया और 25 किलो तक वजन घटाया."
अपने वर्कआउट में वेट लिफ्टिंग के साथ-साथ रोजाना अंजू 10,000 से ज्यादा कदम चलती हैं. इसके साथ ही, डाइट (Diet) पर वे खासतौर से ध्यान देती हैं.
अंजू ब्रेकफास्ट में ब्रेड, बटर, 2 अंडे और दूध पीती हैं. लंच में वे चावल और सोया चंक्स खाती हैं. इसके बाद डिनर की बात करें तो इंजू एक स्कूप व्हे प्रोटीन के साथ ही चावल, राजमा या किसी और दाल को अपनी डाइट का हिस्सा बनाती हैं. स्नैक्स में वे केला और ड्राई फ्रूट्स खाना पसंद करती हैं.
अपनी वेट लॉस जर्नी की शुरूआत में अंजू के सामने कई कठिनाइयां आईं, जग हंसाई भी हुई और लोगों ने ताने भी दिए लेकिन अंजू ने हार नहीं मानी. लोग कहते थे कि शरीर को किस तरह मर्दाना बना लिया है या सास-ससुर का कहना था कि हमारी नाक कटाकर रख दी है. बॉडीबिल्डिंग कंपीटीशन में बिकिनी की फोटो देखकर तो सास का पारा ही चढ़ गया था. लेकिन, अंजू आगे बढ़ती रहीं. आज अंजू मीणा जिम ट्रेनर्स को ट्रेनिंग देने वाली फिटनेस अकेडमी की डायरेक्टर हैं. वे एक्सराइज (Exercise) और न्यूट्रिशन साइंस पर क्लास भी लेती हैं. साथ ही, अंजू का कहना है कि वे उन लड़कियों और महिलाओं को आगे लेकर आना चाहती हैं जो समाज या फैमिली के प्रेशर में कुछ कर नहीं पातीं.