Natural sweetener : जब भी वजन कम करने के लिए डाइट प्लान तैयार किया जाता है, तो सबसे पहले मीठे को अपनी लिस्ट से बाहर करना होता है, क्योंकि शुगर बेस्ड फूड में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है, जिसके कारण शरीर में फैट तेजी से जगह बनाने लगता है. यही वजह है कि लोग वजन कम करते समय शुगर बेस्ड फूड का इस्तेमाल बंद कर देते हैं, लेकिन कुछ लोग वजन कम करते समय मीठा खाने की तलब से परेशान हो जाते हैं और न चाहते हुए भी शुगर बेस्ड फूड का इस्तेमाल शुरू कर देते हैं. मीठा खाने के बाद पछताने वालों के लिए आज हम लेकर आये हैं एक ऐसी चीज, जिसको खाने से आपकी क्रेबिंग भी पलभर में शांत हो जाएगी और आपको चीट भी नहीं करना पड़ेगा, तो चलिए जानते हैं उस खास चीज का नाम.
गुड़ से करें मीठे की क्रेविंग शांत
1- आपको बता दें कि गुड़ एक नेचुरल स्वीटनर है, जो मेटाबॉलिज्म (metabolism) को मजबूत करने का काम करता है. इससे पाचन क्रिया (digestive) बेहतर होती है. साथ ही गुड़ में आयरन की मात्रा भरपूर होती है, ऐसे में यह खून को साफ और उत्पादन करने का काम भी बखूबी करता है.
2- इस मीठी चीज को खाने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है. क्योंकि इसमें विटामिन सी (vitamin c) और जिंक (zinc) भरपूर मात्रा में होती है. साथ ही ये जोड़ों के दर्द (joint pain) से भी राहत दिलाता है और चेहरे पर फुड़े फुंसी के दाग धब्बे अगर हैं तो उसका असर भी यह मिठाई कम कर सकती है.
3- जो लोग अस्थमा (asthma) के मरीज हैं उन्हें भी इसका सेवन करना चाहिए. वहीं, सर्दी जुकाम और सीने में जकड़े बलगम से छुटकारा दिलाने में भी गुड़ वाली चाय बहुत कारगर साबित होती है. कोल्ड कफ में तो लोग इसको काढ़े के रूप में जरूर सेवन करते हैं. दांतों को मजबूती देने में भी गुड़ लाभकारी होता है. क्योंकि इनमें मौजूद फास्फोरस दांतों को मजबूती प्रदान करता है 10 ग्राम गुड़ में 4 मिलीग्राम फॉस्फोरस होता है.
4- लेकिन जो लोग ब्लड शुगर (blood sugar) के मरीज हैं उन्हें इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से जरूर पूछ लेना चाहिए. गुड़ के पोषक तत्वों के बारे में बात करें तो इसमें सोलेनियम, आयरन, फोलिक एसिड, कैल्शियम और पोटैशियम होता है. ये सारे तत्व सेहत के लिए लाभकारी होते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.