Yoga: योगा शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी व्यक्ति को स्वस्थ बनाने का काम करता है. वर्तमान में सभी को किसी न किसी परेशानी के चलते तनाव (Stress) का सामना करना पड़ता है. वहीं, ऐसे भी कई लोग हैं जो एंजाइटी (Anxiety) से गुजरते हैं. इन दोनों ही दिक्कतों का असर सेहत पर पड़ता है. ऐसे कुछ योगासन (Yogasana) हैं जिन्हें करने पर आपको अपना मन शांत लगेगा और आपका शरीर तनावमुक्त बनेगा. सबसे अच्छी बात है कि योगा के ये पोज (Yoga Poses) बेहद आसान हैं जिन्हें आप घर पर अपनी सुविधानुसार कभी भी कर सकते हैं.
तनाव और एंजाइटी के लिए योगासन | Yoga For Stress And Anxiety
बालासनयह एक आसान और असरदार आसन है. बालासन (Child's Pose) करने के लिए पंजों को जमीन पर सपाट रखें और घुटनों के बल बैठ जाएं. अब नीचे झुकते हुए अपने दोनों हाथों को जमीन पर रखें. कुछ देर इस आसन को होल्ड करें और फिर रिलैक्स होने की मुद्रा में आ जाएं. यह आपके कंधों और कमर के लिए भी फायदेमंद है और इससे स्ट्रेस भी कम होता है.
इस अगले आसन (Asana) का नाम है मार्जरी आसन. इसे कैट-काओ आसन (Cat-Cow Pose) के नाम से भी जाना जाता है. इस आसन को करते समय जब आप सांस लेते हैं तो शरीर से तनाव भी बाहर निकलता है. इसे करने के लिए गुटनों के बल बैठ जाएं और शरीर को झुकाकर हाथों को सामने की तरफ रखें. जिस तरह बचपन में घोड़ा बना जाता था बिलकुल उसी तरह इस आसन को करना होगा. आसन को करते वक्त गहरी सांस लें और बैठ जाएं. यह आसन आपको करीब 15 बार करना होगा.
तितली आसन
जिस तरह तितली की आकृति नजर आती है उसी तरह आपका शरीर भी इस आसन को करने पर तितली जैसा ही दिखता है. नीचे आलती-पालती मारकर बैठें और अपने दोनों पैरों के पंजों को आपस में जोड़ लें. अब हाथों से पैर के पंजे पकड़कर घुटनों को ऊपर-नीचे करें. यह योगासन करते समय अपनी पीठ को एकदम सीधा रखें. आपको कम से कम 20 सैकंड इस पोज को होल्ड करना होगा.
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले जमीन पर लेट जाएं. अब अपने घुटने मोड़कर शरीर को ऊपर की तरफ उठाएं. लेकिन, आपके हाथ और कंधे जमीन पर ही टिके होने चाहिए. इस आसन को ब्रिज पोज कहते हैं. आपको 10 सैकंड तक इस आसन को होल्ड करना है. यह आपके तनाव और एंजाइटी को दूर करने के साथ ही शरीर में लचक भी लाता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.