पिता की इन 5 बातों से ही बेटे सीखते हैं Caring बनना, परवरिश में अहम है इन्हें याद रखना

Parenting Tips: पिता बेटे के रोल मॉडल होते हैं जिन्हें देखकर ही वह बड़ा होता है और जिनसे वह जीवन के कई गुण और अवगुण भी सीखता चला जाता है. 

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
Parenting Tips For Father: बेटा अपने पिता से ही सीखता है बहुत सी आदतें. 

Parenting: बेटे छोटी उम्र से ही अपने पिता को देखकर उनकी तरह बनने का ख्वाब मन में लिए बड़े होते हैं. वे अपने पिता की गैर-मौजूदगी में उनकी जगह को भरने का प्रयास भी करते हैं. आमतौर पर देखा भी जाता है कि अगर पिता में कुछ अच्छी आदतें हैं तो बेटे में भी उनका संचार हो जाता है, और अगर पिता की कुछ बुरी आदतें (Bad Habits) हैं तो बेटा भी उन्हीं को अपनाने लगता है. ऐसे में पिता को इस बात का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है कि वे अपने बेटे को किस तरह का इंसान बना रहे हैं. अगर आप चाहते हैं कि आपका बेटा केयर करने वाला, मन में सद्भावना रखने वाला और सम्मान देने वाला व्यक्ति बने तो आपकी आदतें भी इसी तरह की होनी जरूरी हैं. 

गुड़हल के फूल को एक बार लगा लिया इस तरह तो बार-बार करेंगे हेयर केयर में शामिल, बढ़ने लगते हैं बाल

पिता की आदतों से सीखता है बेटा

गलती स्वीकारना 

अक्सर देखा जाता है कि पिता ही घर का मुखिया होता है. उससे पूरा घर डरता है और अपनी गलतियों की माफी मांगता है. लेकिन, पिता को कम ही किसी से माफी मांगते देखा जाता है. आप ऐसे पिता ना बनें. आप अपनी गलतियों की माफी मांगने वाले व्यक्ति बनें ताकि आपके बेटे को भी यह समझ आ सके कि माफी मांगने से कोई छोटा-बड़ा नहीं हो जाता, यह बेहद सामान्य चीज है. 

Advertisement

White Hair: नारियल तेल में मिलाकर लगा लें यह चीज, जड़ों से सिरों तक काले हो जाएंगे सफेद बाल

अहंकार को ना दें बढ़ावा 

एक पिता होने के नाते यह बेहद जरूरी है कि आप अपने बेटे को अहंकारी ना बनाएं. आपको खुद भी अपने अहं को दूर रखना होगा जिससे आपके बेटे की भी इस तरह की आदतें ना बनें. 

Advertisement
प्यार जताना 

जब पिता अपने परिवार और अपने बेटे के प्रति खासकर प्यार की भावना रखते हैं और उस प्यार को जताते हैं तो बेटा भी प्यार जताने वाला इंसान बनता है. वह अपनी भावनाओं (Emotions) से कुंठित होने वाला व्यक्ति नहीं बनता. 

Advertisement
सम्मान करना 

घर में कोई छोटा हो या फिर बड़ा, सम्मान का हकदार है. पिता (Father) से बच्चे जो कुछ सीखते हैं उसमें सम्मान करना सीखना भी जरूरी है. जब पिता अपने बेटे का, अपनी बेटी का, अपनी पत्नी का, अपने माता और पिता का सम्मान करते हैं तो यह गुण बेटे में भी आता है. 

Advertisement
बात सुनने वाला बनना 

अपनी बात कह देना बहुत से लोगों को आता है लेकिन बात सुनने वाले कम ही होते हैं. आप अगर खुद बैठकर सबकी बातें सुनेंगे और समझेंगे तो बच्चों की भी यही आदत पड़ेगी. वे भी अपनी बात थोपने की जगह सबकी बात सुनने की कोशिश करेंगे.

Featured Video Of The Day
Mumbai: Aapla Dawakhana में क्यों नहीं हो रहे Free Test, NDTV की पड़ताल | BMC
Topics mentioned in this article