हमारे घरों में पुराने समय से ही बिना घी के रोटी और दाल नहीं खाई जाती है. गरमा-गरम रोटियों पर घी लगाए बिना लगता है जैसे खाने का स्वाद ही नहीं आता. घी की खुशबू ही खाने का स्वाद बढ़ा देती है. लेकिन, आजकल बहुत कम घरों में ही रोटी पर घी लगाई जाती है या फिर लोगों को लगता है कि घी कॉलेस्ट्रोल ना बढ़ा दे या इससे मोटापा ना बढ़ने लगे. ऐसे में चलिए जान लेते हैं रोटी पर घी लगाने से क्या-क्या फायदे होते हैं और इसके क्या नुकसान हो सकते हैं.
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भारत में पुराने समय से ही दूध और उससे बने उत्पादों का इस्तेमाल किया जाता रहा है, जैसे – दही, मक्खन व मावा आदि. इन्हीं में से एक है घी जिसे दूध से निकाले गए मक्खन या मलाई को गर्म करके बनाया जाता है. भारत में इसका उपयोग तेल के जगह पर भी किया जाता है. रोटी, परांठे, दाल या मिठाइयों के अलावा घी का उपयोग कई औषधीय गुणों के कारण दवाओं में भी किया जाता है. वहीं, आयुर्वेद में तो कुछ बीमारियों का इलाज देसी घी से ही किया जाता है. इसलिए घी ना सिर्फ खाने में फायदेमंद है बल्कि घी त्वचा पर लगाने के फायदे भी हो सकते हैं. हालांकि, जरूरत से ज्यादा सेवन करने पर घी खाने के नुकसान भी होते हैं.
ऊर्जा का स्रोत - घी में मौजूद हेल्दी फैट्स शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं.
त्वचा की सेहत - घी खाने से त्वचा पर निखार आता है और यह त्वचा को मुलायम बनाता है.
जोड़ों और हड्डियों के लिए - घी में कैल्शियम और फास्फोरस की अच्छी मात्रा होती है जो हड्डियों और जोड़ों को मजबूत बनाती है.
दिमाग के लिए फायदेमंद - घी में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड्स ब्रेन की कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं.
घी खाने के नुकसानवजन बढ़ना - अधिक मात्रा में घी खाने से वजन बढ़ सकता है क्योंकि इसमें हाई कैलोरी होती है.
कोलेस्ट्रॉल बढ़ना - घी का अत्यधिक सेवन करने से शरीर में बुरा कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है.
दिल संबंधी समस्याएं - अगर घी का सेवन अत्यधिक मात्रा में किया जाए तो इससे दिल संबंधी समस्याएं हो सकती हैं.
पाचन समस्याएं - कुछ लोगों को घी खाने से अपच, गैस या पेट की अन्य समस्याएं हो सकती हैं.
प्रस्तुति- शालू शुक्ला
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.