Navratri 2024: नौ दिन तक चलने वाले नवरात्रि में अष्टमी और नवमी का बहुत ज्यादा महत्व है. नवमी और अष्टमी (Ashtami) के दिन माता स्वरूप कन्याओं के पूजन (Kanya Pujan) की परंपरा है. इस दिन कन्यापूजन किया जाता है और कन्याओं को खास चीजों का भोग लगाया जाता है. कन्यापूजन से नवरात्रि व्रत को पूर्ण माना जाता है. कन्यापूजन के लिए तरह-तरह के पकवान तैयार किए जाते हैं. इसमें माता की प्रिय चीजों को शामिल किया जाता है. इससे माता प्रसन्न होती हैं और उनकी कृपा से घर में सुख-शांति का वास होता है. आइए जानते हैं कन्यापूजन के दिन कन्याओं के भोग में किन चीजों को करना चाहिए शामिल.
कन्यापूजन की सामग्री | Kanya Pujan Samagri
खीरनवरात्रि के कन्यापूजन के लिए खीर बनाना अत्यंत शुभ होता है. खीर चावल, दूध और मेवों से तैयार करनी चाहिए. मान्यता है कि माता को मीठी खीर अत्यंत प्रिय है और वे इसके भोग से बेहद प्रसन्न होती हैं.
माता रानी को भोग के रूप में हलवा और पूरी जरूर चढ़ाया जाता है. नवरात्रि में कन्यापूजन के लिए हलवा पूरी बनाना बहुत शुभ होता है. हलवा पूरी का भोग पाकर माता प्रसन्न होकर भक्तों पर कृपा बरसाती हैं.
नवरात्रि पर काले चने का प्रसाद जरूर बनाया जाता है. अपने घर कन्यापूजन के लिए तैयार किए जाने वाले व्यंजनों में काले चने को जरूर शामिल करें. हालांकि, काले चने में ज्यादा तेल मसालों का उपयोग करने से बचना चाहिए.
हिंदू धर्म में फल और मिठाई के बिना भोग पूर्ण नहीं होता है. नवरात्रि में कन्या पूजन के व्यंजनों में फल और मिठाई भी शामिल करने चाहिए. मिठाई में विशेष रूप से दूध से तैयार होने वाली बर्फी, कलाकंद या पेड़े लिए जा सकते हैं. लड्डू या बताशे भी भोग में शामिल किए जा सकते हैं. इसके अलावा मौसम के अनुसार फल जैसे सेब या केले को भोग में शामिल करना चाहिए.
नवरात्रि में कन्यापूजन के लिए तैयार किए जाने वाले व्यंजनों को पूरी तरह से सात्विक होना चाहिए. इन्हें बगैर प्याज लहसुन के बनाना चाहिए और ज्यादा तेल मसाले के उपयोग से बचना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)