Sexual Wellness: आप चाहे लंबे समय से सेक्शुअली एक्टिव हों या फिर कुछ दिन पहले से ही, सेक्स को लेकर कुछ बेसिक बातें हैं जिनसे हो सकता है आप अंजान हों. आप युवा हों या फिर 40 की उम्र पार कर चुके हों, कुछ मिथक और तथ्यों को लेकर आप में भी अलझन हो सकती है जिसे दूर करने के लिए एनडीटीवी ने बात की एक्सपर्ट कनुष्का वाईके (Kanushka YK) से. कनुष्का ने बताए सेक्स (Sex) से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य और साथ ही उन मिथकों के बारे में जो लोगों को सच लगने लगते हैं.
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कितना सेक्स बहुत ज्यादा सेक्स है?सेक्शुअली एक्टिव लोगों के मन में कई बार यह सवाल उठता है कि कितना सेक्स बहुत ज्यादा सेक्स है. सेक्स कितना किया जा रहा है इसे लेकर सबकी पसंद अलग-अलग हो सकती है. हालांकि, सेक्स कितनी बार किया जाना चाहिए यह दोनों पार्टनर्स (Partners) पर निर्भर करता है. तो महीने में आप कितनी बार सेक्स कर सकते हैं यह आप दोनों की चॉइस होगी. सभी के साथ यह संख्या अलग-अलग हो सकती है, कोई एक फिक्स नंबर नहीं है.
अगर व्यक्ति और व्यक्ति का पार्टनर सेक्स करना चाहते हैं और सेक्स के दौरान किसी तरह का दर्द, असहजता या इरिटेशन आदि महसूस नहीं करते हैं तो जितनी बार चाहे सेक्स कर सकते हैं. इसे लेकर कोई फिक्स संख्या नहीं है तो अपने शरीर और शरीर के संकेतों पर ध्यान देना जरूरी है. आप ही सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपके लिए "बहुत ज्यादा" (Too much sex) कितना है.
शरीर पर दिखने वाले चिन्हों (Physical Signs) में सबसे पहले होगा सूजन, लाल निशान, मांसपेशियों में दर्द, ल्यूब्रिकेशन की कमी और यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शंस. इरेक्शन का ना होना या सही तरह से ना होना भी शारीरिक संकेत हो सकता है कि आप एग्जॉस्ट हो चुके हैं.
मनोवैज्ञानिक लक्षणों में हाइपरसेक्शुएलिटी और सेक्स एडिक्शन (sex Addiction) जैसे लक्षण शामिल हैं जिनसे सेल्फ कंट्रोल खत्म हो सकता है. यह तब होता है जब व्यक्ति सेक्स में अपना पूरा समय देने लगे और उसका व्यवहार रिस्की होने लगे, जैसे काम की जगह पर पोर्न देखना या फिर गैरकानूनी सेक्शुअल प्रेक्टिसेस का हिस्सा बनना. एडिक्टिव बिहेवियर को इस तरह भी पहचाना जा सकता है कि व्यक्ति गिल्ट और शर्म महसूस करने के बाद भी एक ही तरह का काम बार-बार करने लगे. इसके अलावा, व्यक्ति बहुत ज्यादा सेक्स से बोर हो सकता है जिससे इरिटेशन हो सकती है और वह सेक्शुअल चीजों से दूरी बनाने लगे यह भी संभव है.
सेक्स को लेकर थम जाने के लिए शरीर द्वारा दिए जा रहे सिग्नल्स (Body Signals) में हर समय सेक्शुअल फोटोज को देखने की इच्छा होना, खतरनाक सेक्शुएल एक्टिविटीज ढूंढना आदि सम्मिलित हैं जोकि हाइपरसेक्शुएलिटी का संकेत हो सकता है. यह जरूरी है कि इन संकेतों को पहचानकर इनसे दूरी बना ली जाए. आपको खुद समझना होगा कि आपके लिए कितना सेक्स बहुत ज्यादा हो रहा है. आप प्रोफेशनल हेल्प भी ले सकते हैं. इसके अलावा पोर्न एडिक्शन पर रोक लगानी जरूरी है. साथ ही, हेल्दी रिलेशनशिप के लिए पार्टनर की मर्जी का ख्याल रखना बेहद जरूरी है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.