चाहते हैं बच्चों के मन में हमेशा रहे आपके प्रति सम्मान, तो अपनी इन आदतों को कह दें अलविदा

Parenting Tips: माता-पिता अक्सर ही कुछ ऐसे काम कर देते हैं या फिर उनकी कुछ ऐसी आदतें होती हैं जो बच्चों के लिए बुरा उदाहरण बनती हैं. इन आदतों को वक्त रहते छोड़ देने में ही समझदारी होती है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
चाहते हैं बच्चों के मन में हमेशा रहे आपके प्रति सम्मान, तो अपनी इन आदतों को कह दें अलविदा
माता-पिता की कुछ आदतें बच्चों को करती हैं बुरी तरह प्रभावित.

Parenting Tips: आजकल पैरेंटिंग आसान नहीं है. अक्सर माता-पिता अच्छे पैरेंट बनने और बच्चों के दोस्त बनने के बीच बैलेंस करने की कोशिश करते नजर आते हैं और अधिकतर मामलों में असफल साबित होते हैं. इस बैलेंस को बनाए रखना आसान नहीं है. एक छोटी सी भूल से लाइन के इस पार या उस पार का मामला बन सकता है. इसमें माता-पिता का बच्चों से व्यवहार बहुत महत्वपूर्ण होता है. कुछ बातें भले ही बड़ी नहीं लगती हैं लेकिन यही चीजें आपके प्रति आपके बच्चों के मन में नेगेटिव छवि बनाने में बड़ी भूमिका निभा सकती हैं. बच्चों के मन में अपने प्रति सम्मान को बनाए रखने केलिए जरूरी नहीं है कि आप बिलकुल परफेक्ट हों बल्कि यह जानना जरूरी है कि कब अपनी गलती स्वीकारनी है और कब उसे ठीक करने के लिए कदम उठाए जाने की जरूरत है. यहां पैरेंट्स के ऐसी ही कुछ व्यवहारिक बातें दी गई हैं जिन्हें छोड़ देना बेहद जरूरी है.

बच्चे की लिखावट साफ नहीं है तो सुधारने के लिए आजमाएं एक्सपर्ट के बताए ये 5 तरीके, Handwriting सुंदर हो जाएगी

पैरेंट्स को छोड़ देनी चाहिए ये 5 आदतें 

आपा खोना

परवरिश आसान नहीं है और कभी-कभी हम अपना आपा खो देते हैं. लेकिन, जब हम अपने बच्चों के सामने अपना आपा खोते हैं तो इसका खराब प्रभाव पड़ सकता है. बच्चे अपने माता-पिता को रोल मॉडल के रूप में देखते हैं और बार-बार आपा खोते हुए देख उन्हें यह संदेश मिलता है कि तनाव और झगड़ों से निपटने का यही तरीका है. अगर हम इन स्थितियों में शांत रहते हैं तो बच्चे भी यही सीखते हैं.  

Advertisement
बच्चों को टालना

अक्सर काम के बोझ के कारण हम बच्चों की बातें सुनने की जगह उन्हें 'अभी नहीं' या 'बाद में बताना' जैसी बातें कह देते हैं. इससे बच्चों (Children) में अपनी बातें शेयर करने के उत्साह में कमी आने लगती है और वे भावनात्मक रूप से आपसे दूर होने लगते हैं.

Advertisement
वादे तोड़ना

बच्चों से किए वादे को तोड़ने से बचना चाहिए. 3 साल की उम्र से ही बच्चों में वादों को निभाने की समझ विकसित होने लगती है. इसलिए जब माता-पिता लगातार वादे तोड़ते हैं तो यह उनके विश्वास और सम्मान को हिला देता है. पैरेंट्स को अपनी बात पर कायम रहना या ऐसे वादे करने से बचना महत्वपूर्ण है जिनके बारे में यकीन नहीं है कि आप उन्हें पूरा कर पाएंगे.

Advertisement
अपनी देखभाल की उपेक्षा करना

माता-पिता के रूप में हम अक्सर अपने बच्चों की जरूरतों को अपनी जरूरतों से पहले रखते हैं. यह सराहनीय है, लेकिन अपनी देखभाल की उपेक्षा करना सही नहीं है. जब हम अपने शारीरिक और मानसिक सेहत की उपेक्षा करते हैं तो यह तनाव और थकावट का कारण बन सकता है, जो पैरेंटिंग को प्रभावित करता है. आपके बच्चे आपके व्यवहार को देख रहे हैं और उससे सीखते हैं.

Advertisement
तुलना करना

बच्चों की दूसरों बच्चों से तुलना (Comparison) करने से बचना चाहिए. यह उन्हें प्रेरित करने के बजाए उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने का काम करता है. हमेशा दूसरों को उनसे बेहतर बताने की जगह उन्हें बताएं कि उनमें क्या अच्छा है.

Sholay के Gabbar ने इस Film में इतना हंसाया कि जीत लिया Filmfare Award | NDTV India
Featured Video Of The Day
Bilawal Bhutto On Masood Azhar: बिलावल भुट्टो के बयान का असल मतलब समझिए | Hafiz Saeed
Topics mentioned in this article