Healthy Tips: गर्मियों के खानपान में दही को खासतौर से शामिल किया जाता है. यह स्वाद में तो अच्छी होती ही है साथ ही इसके सेहत को भी अनेक फायदे मिलते हैं. दही (Curd) को चावल के साथ खाया जाता है, रोटी के साथ खाते हैं, इसका रायता बनाया जाता है या फिर ठंडी-ठंडी लस्सी भी पीते हैं. दही गुड बैक्टीरिया का स्टोरहाउस होता है जो पाचन को दुरुस्त रखने में सहायक है. इससे दिल की सेहत भी अच्छी रहती है. वहीं, कैल्शियम और फॉस्फोरस से भरपूर होने के चलते दही (Dahi) दातों और हड्डियों की सेहत को भी अच्छा रखता है. लेकिन, दही को खाने का भी सही तरीका और समय होता है जिसपर ध्यान ना दिया जाए तो सेहत पर विपरीत प्रभाव भी पड़ सकता है. यहां जानिए दही के सेवन से जुड़ी वो जरूरी बातें जिनका ध्यान रखना बेहद जरूरी है.
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दही खाने का सही समय | Right Time To Eat Curd
आयुर्वेद के अनुसार दही खट्टी और मीठी दोनों ही तरह की होती है. इसे रात के समय खाने पर शरीर में इंबैलेंस हो सकता है जो गले में बलगम जमने का कारण बनता है. लेकिन, क्या दही को रात (Night) में किसी भी तरह से नहीं खाया जा सकता है? हेल्थ प्रेक्टिशनर, न्यूट्रिशनिस्ट और सर्टिफाइड मैकरोबायोटिक हेल्थ कोच शिल्पा अरोड़ा कहती हैं, "रात के समय दही खाना बिल्कुल ठीक है. इसे रात में खाने से सिर्फ उन लोगों को परहेज करना चाहिए जिन्हें अस्थमा, खांसी (Cough) या जुकाम की दिक्कत है क्योंकि इससे रात में म्यूकस बन सकता है. इन लोगों को रात में छाछ, जीरा या पुदीने का रायता लेना चाहिए जिससे पाचन सही रहे. अपच को ठीक करने के लिए मेथी भी डाली जा सकती है."
FITPASS की डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट महर राजुपूत के अनुसार, "अगर आपको सर्दी, जुकाम या फ्लू जल्दी लग जाता है तो आपको रात में दही खाने से परहेज करना चाहिए. रात के समय ऐसे में छाछ पीना ज्यादा बेहतर है. इससे पाचन बेहतर होता है और म्यूकस (Mucus) नहीं जमता है. पोलेन एलर्जी और अस्थमा के मरीजों को रात में दही या दही से बनने वाली चीजों से परहेज करना चाहिए. इससे श्वसन नली में अवरोध होने का खतरा रहता है और गंभीर दिक्कतें हो सकती हैं." महर का कहना है कि रात में दही खाई जा सकती है लेकिन इसमें एक चौथाई चम्मच काली मिर्च जरूर मिलाएं.
ऐसे में अगर आप बंद गले या बंद नाक की दिक्कत से दोचार हो रहे हैं तो आपको दही के सेवन से खासा परहेज करना चाहिए. इसके अलावा, दही को रोज-रोज खाने की सलाह नहीं दी जाती है. इसके बजाय रात में छाछ पीने के लिए कहा जाता है जिसमें काली मिर्च, काला नमक और जीरा मिला हो. इससे पाचन को खासतौर से फायदा होता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.