Parenting Tips: जिस तरह बच्चे गलतियां करते हैं उसी तरह माता-पिता भी परवरिश में कुछ गलतियां कर सकते हैं. हर पैरेंट का बच्चों को पालने-पोसने का तरीका अलग होता है, कोई बच्चे को लाड़-प्यार से बढ़ा करना चाहते हैं तो कोई सख्त रवैया अपनाने में कोताही नहीं बरतते. लेकिन, जिस तरह किसी भी चीज की अति बुरी होती है वैसी ही एक ही तरीके से परवरिश किए जाने के भी नुकसान हो सकते हैं. यहां जानिए माता-पिता की ऐसी कौनसी आम गलतियां (Parenting Mistakes) हैं जिनसे बच्चे अक्सर ही जिद्दी (Stubborn) बन जाते हैं.
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बच्चों को जिद्दी बनाने वाली परवरिश की गलतियां | Parenting Mistakes That Make Children Stubborn
बच्चे की बात ना सुनना
व्यस्त होने के चलते और अपने ही कामों में उलझे रहने से माता-पिता बच्चों की बातों पर ध्यान देना बंद कर देते हैं. बच्चे की परेशानियां और छोटी-छोटी ख्वाहिशें उनके अंदर ही दबना शुरू हो जाती हैं. ऐसे में बच्चे जिद करने लगते हैं. वे एक ही बात पर अड़ जाते हैं ताकि उनकी बात सुनी जाए.
कई बार माता-पिता बच्चों को बाउंडरीज समझाने में असमर्थ होते हैं. बच्चों को बाउंडरीज समझाना बेहद जरूरी होता है. कब किस चीज की मांग करनी है, किन चीजों को खरीदा जाना चाहिए किन्हें नहीं, कब और कहां कैसा व्यवहार रखना है यह सब भी बच्चों को बताना चाहिए. बाउंडरीज ना होने पर ही बच्चे अक्सर बाहर बाजार या मॉल में किसी चीज की मांग करते हैं और वह चीज ना मिलने पर रोना-बिलखना शुरू कर देते हैं.
बच्चों के पहले गुरु माता-पिता ही होते हैं. बच्चे जीवन के शुरुआती दौर में जो कुछ सीखते हैं उसमें माता-पिता (Parents) की झलक भी देखी जाती है. ऐसे में यदि पैरेंट्स खुद ही किसी बात पर अड़ जाएंगे और बच्चों के सामने जिद का प्रदर्शन करेंगे तो बच्चे भी उनकी इस आदत को अपना लेंगे.
कभी-कभी बच्चे अपनी किसी बात को लेकर जरूरत से ज्यादा जिद करने लगते हैं. वे खाना-पीना छोड़ने तक के लिए तैयार हो जाते हैं या फिर रोने-बिलखने लगते हैं. इस स्थिति का कारण माता-पिता का उन्हें पहले हर किसी बात पर मना करना हो सकता है. असल में अगर माता-पिता बच्चे की हर बात पर हमेशा ही मना करते हैं, उनकी कोई ख्वाहिश पूरी नहीं करते या उनकी बात नहीं सुनते तो किसी खास कारण से या किसी चीज को पाने के लिए बच्चे जरूरत से ज्यादा जिद का प्रदर्शन करने लगते हैं.
जैसाकि पहले भी इस बात का जिक्र किया जा चुका है कि अति हर चीज की बुरी होती है, इसी तरह कोई बात ना मानना और हर बात मानना भी बच्चे की जिद का कारण हो सकता है. जब माता पिता बच्चे की हर बात मानते हैं तो धीरे-धीरे उसकी इच्छाएं बढ़ने लगती हैं और थमने का नाम नहीं लेतीं. ऐसे में माता-पिता को सझदारी से काम लेने की जरूरत होती है.
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