Parenting Tips: बच्चे के सोने के बाद उसी कमरे में इंटीमेट होना सही या गलत? एक्सपर्ट से जानिए बच्चे पर कैसा पड़ता है असर

Parenting Tips: बच्चे के सोने के बाद उसी कमरे में माता पिता को इंटीमेट होना चाहिए या नहीं? ऐसा करने से बच्चे पर क्या असर पड़ सकता है.

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बच्चे के सोने के बाद क्या कपल उसी कमरे में इंटीमेट हो सकते हैं?
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Parenting Tips: आजकल के समय में शादी के बाद कपल अपने आप को समय देते हैं और बेबी प्लान करने में किसी भी तरह की जल्दबाजी नहीं करते. आज के समय में कम से कम दो से तीन साल कर लोग अपनी लव लाइफ को एन्जॉय करते हैं. इसके बाद जब बच्चे हो जाते हैं तो माता पिता के लिए कई चुनौतियां शुरू हो जाती है. व्यस्त लाइफस्टाइल के चलते बच्चों पर ध्यान देना, उनकी पढ़ाई और अच्छी परवरिश आदि कई चीजें सामने आती है, जिसके चलते लोग अपने पार्टनर के लिए टाइम भी नहीं मिल पाते. जब बच्चा छोटा होता है, तो वह हमेशा माता-पिता के पास ही सोता है. ऐसे में पति-पत्नी के बीच इंटीमेसी के पल बहुत कम हो जाते हैं. हालांकि, कई लोग बच्चे के सोने के बाद इंटीमेट हो जाते हैं, लेकिन कई कपल के मन में ये सवाल रहता है कि क्या बच्चे के सोने के बाद उसी कमरे में इंटीमेट हो सकते हैं. चलिए आपको बताते इस संबंध में एक्सपर्ट का क्या कहना है.

गाइनकोलॉजिस्ट डॉ. अजीमुद्दीन शाह ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने बताया कि बच्चे के सोने के बाद उसी कमरे में माता पिता को इंटीमेट होना चाहिए या नहीं? इसके साथ ही ऐसा करने से बच्चे पर क्या असर पड़ सकता है. दरअसल, पति-पत्नी के रिश्ते में भावनात्मक और शारीरिक जुड़ाव जरूरी होता है, लेकिन बच्चे की मानसिक और भावनात्मक सुरक्षा उससे कहीं ज्यादा अहम होती है. ऐसे में माता-पिता को यह समझना चाहिए कि कब और कैसे नजदीकी रखना ठीक है और कब नहीं. 

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दो साल के बच्चे के लिए अलग रूम जरूरी

डॉ. अजीमुद्दीन शाह ने बताया कि बच्चा जब दो साल का हो जाए तो उसके लिए अलग रूम होना ही बेहतर है. माता पिता के लिए यही बेहतर होता है कि वे एक अलग बेडरूम में रहें, क्योंकि जैसे बच्चे बड़े होते हैं, उनकी समझ और सेंसिटिविटी बढ़ती है. ऐसे में किसी भी तरह की एक्टिविटी करते समय इस बात का ध्यान रखें.

बच्चे की मानसिक स्थिति पर गलत प्रभाव

अगर, बच्चा दो साल से बड़ा हो गया है तो वह अपने आसपास की हर गतिविधि को महसूस करने लगते हैं, यहां तक कि आवाज और माहौल को भी पहचानने लगते हैं. ऐसे में उनके साथ एक ही कमरे में रहकर इंटीमेट होना बच्चे की मानसिक स्थिति पर गलत प्रभाव डाल सकता है.

इमोशनल डिस्टरबेंस

दो साल से बड़ा बच्चा आपके साथ सो रहा है तो ऐसे में इंटीमेट नहीं होना चाहिए, क्योंकि हलचल और आवाज के माहौल में बच्चा अचानक जाग सकता है. इससे बच्चे को कन्फ्यूजन डर या इमोशनल डिस्टरबेंस हो सकता है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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