International Day Of Yoga 2023: सेहत को दुरुस्त रखने के लिए कई योगासन किए जाते हैं. कुछ योगासन बेहद आसान होते हैं तो कुछ को करने के लिए गहन अभ्यास की जरूरत पड़ती है. शवासन (Savasana) देखने में तो आसान लगता है लेकिन इसके लिए भी प्रैक्टिस की जरूरत होती है. शवासन एक ऐसा योगासन है जिसे जमीन या बिस्तर पर लेटे हुए किया जा सकता है. इस आसन को इंग्लिश में कोर्प्स पोज (Corpse Pose) कहते हैं. शवासन करने पर स्ट्रेस से छुटकारा भी मिलता है और शरीर के लिए यह और भी कई तरीकों से फायदेमंद साबित होता है. जानिए स्टेप बाय स्टेप कैसे करें शवासन.
Father's Day 2023: पापा और बेटे के बीच अक्सर मनमुटाव हो जाता है , जानिए कैसे रोका जा सकता है झगड़ा
शवासन करने के फायदे | Benefits Of Savasana
- रोजाना शवासन करने पर पूरे शरीर की सेहत अच्छी होती है.
- शवासन पाचन के लिए अच्छा होता है.
- इस योगासन को करने पर कब्ज (Constipation) जैसी दिक्कतों से छुटकारा मिल सकता है.
- शवासन ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करता है और इससे दिमाग तक बेहतर तरीके से रक्तसंचार होता है.
- शवासन करने पर पीठ के दर्द से छुटकारा मिलता है.
- कमर में हो रहा दर्द भी दूर हो जाता है.
- शवासन करने पर रात में नींद (Sleep) अच्छी आती है. इससे शरीर को रिलैक्स्ड महसूस होता है.
- त्वचा निखारने के लिए भी शवासन किया जा सकता है.
- कहा जाता है कि शवासन देखने में यूं तो बेहद आसान लगता है लेकिन यह सबसे कठिन योगासन (Yoga Poses) में से एक है. इसमें सांस किस तरह ली जा रही है इसपर ध्यान देना बेहद जरूरी है. सबसे पहले जमीन पर मैट बिछाकर लेट जाएं. कई लोग इसे बिस्तर पर भी करते हैं.
- ध्यान दें कि आपकी रीढ़ सीधी हो और कंधे जमीन से लगे हुए हों.
- हाथों को शरीर के दोनों तरफ खुला रखें. उंगलियों को एकदम रिलैक्स्ड रखें.
- आंखें बंद करके अपनी सांस पर ध्यान दें. सांस लेते हुए आपकी छाती फूलनी चाहिए और छोड़ते हुए छाती दबनी चाहिए.
- 4 से 5 मिनट ऐसा करें और जगे रहें. आपको पूरे शरीर में आराम की अनुभूति होगी.
योगा एक्सपर्ट शालिनी सिंह, जिनके पास जैन विश्व भारती इंस्टीट्यूट से योगा एंड साइंस ऑफ लीविंग में मास्टर्स डिग्री है और मोरारजी देसाई नैशनल इंस्टीट्यूट से योगा में डिप्लोमा है, शवासन के बारे में बता रही हैं. शालिनी के अनुसार, "आपको लगता होगा कि शवासन बेहद आसान है लेकिन यह सबसे कठिन योगासन में से एक है. शवासन करने पर आप रिलैक्स्ड रहते हैं लेकिन जागे भी होते हैं. आपको अपनी सांस का एहसास होता है, आपको लेटे रहने के दौरान शरीर के अलग-अलग हिस्से में और उंग्लियों से होते हुए झनझनाहट महसूस होती है."
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.