Hiccups Remedy: हिचकी आना एक आम बात है, हालांकि कभी-कभी ये परेशानी का कारण बन जाती हैं. आपने अक्सर दादी-नानी से सुना होगा कि जब कोई व्यक्ति आपको याद करता है, तब आपको हिचकी आने लगती है. हालांकि, साइंस इसके पीछे एक अलग कारण बताती है. दरअसल, हिचकी तब आती है जब हमारे फेफड़ों के नीचे की मांसपेशी जिसे डायफ्राम कहते हैं, अचानक सिकुड़ जाती है. डायफ्राम के सिकुड़ने पर एक अजीब सी 'हिक' आवाज आती है. इसे ही हिचकी कहा जाता है.
50 दिनों में 10Kg वजन कैसे कम करें? Fitness coach ने बताया बिना जिम और डाइटिंग के घट जाएगा मोटापा
क्यों सिकुड़ जाता है डायफ्राम?
इसके पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं. जैसे-
- बहुत तीखा या खट्टा खाना खाने से गले और पेट में जलन होती है, जिससे हिचकी शुरू हो सकती है.
- कोल्ड ड्रिंक और शराब ज्यादा पीने से पेट में गैस बनती है, जिससे डाइफ्राम पर भी असर पड़ता है.
- बहुत ज्यादा खाने या पेट पूरा भर जाने से डाइफ्राम पर दबाव पड़ता है, जिससे भी हिचकी आने लगती है.
- जल्दी-जल्दी खाने या खाते वक्त बात करने से हवा अंदर चली जाती है, जिससे हिचकी आने लगती हैं.
- इन सब से अलग बहुत गरम या बहुत ठंडा पानी पीने से भी गले को झटका लगता है.
इसके लिए आप कुछ खास चीजों का सेवन कर सकते हैं. जैसे-
पीनट बटरपीनट बटर का गाढ़ापन निगलने में ध्यान भटकाता है, जिससे हिचकी आना बंद हो जाती हैं.
चॉकलेट पाउडरचॉकलेट पाउडर का स्वाद दिमाग का ध्यान हिचकी से हटाता है.
चीनीमीठा स्वाद भी हिचकी को रोकने में मदद करता है.
नींबू या सिरकाइनका खट्टा स्वाद नर्व को उत्तेजित करता है, जिससे हिचकी रुक सकती है.
ठंडा पानी या बर्फ वाला पानीइन सब से अलग ठंडे पानी से नर्व शांत होती है, जिससे भी हिचकी रुक जाती है.
ऐसे में हिचकी को रोकने के लिए आप इन आसान ट्रिक्स को आजमाकर देख सकते हैं. हालांकि, अगर परेशानी ज्यादा है या हिचकी के चलते आपको सांस लेने में कठिनाई हो रही है, तो इस कंडीशन में तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी हो जाता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.