Nocturia Remedy: रात के समय पेशाब आना आम बात है. हालांकि, कई लोगों की शिकायत होती है कि उन्हें रात को बार-बार उठकर पेशाब जाना पड़ता है. इससे उनकी नींद बार-बार टूटती है और फिर अगले दिन वे खुद को थका हुआ या कमजोर महसूस करते हैं. इसके साथ ही चिड़चिड़ापन और फोकस में कमी जैसी समस्याएं भी परेशान करने लगती हैं. अगर आपके साथ भी ऐसा होता है, तो ये आर्टिकल आपके लिए बड़े काम का साबित हो सकता है. यहां हम आपको इस परेशानी से निजात पाने के लिए कुछ खास टिप्स बता रहे हैं.
दरअसल, मामले को लेकर फेमस आयुर्वेदिक डॉक्टर सलीम जैदी ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में उन्होंने ये टिप्स शेयर की हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में-
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
वीडियो में आयुर्वेदिक डॉक्टर बताते हैं, अगर आपको रोज रात को उठकर हर थोड़ी देर में पेशाब जाना पड़ रहा है, तो इसके पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं. जैसे ज्यादा पानी या कैफीन का सेवन, यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI), डायबिटीज, बढ़ा हुआ प्रोस्टेट, ब्लैडर वीकनेस या हार्मोनल बदलाव. हालांकि, राहत की बात यह है कि कुछ आसान टिप्स फॉलो कर आप इस समस्या से राहत भी पा सकते हैं.
नंबर 1- शाम को तरल पदार्थों का सेवन कम करें
इसके लिए डॉक्टर सबसे पहले शाम के समय लिक्विड चीजों का सेवन कम करने की सलाह देते हैं. डॉक्टर सलीम बताते हैं, रात को सोने से 2-3 घंटे पहले पानी, चाय, कॉफी या अन्य तरल पदार्थों का सेवन कम कर देना चाहिए. बहुत अधिक फ्लूइड शरीर में जाने से ब्लैडर जल्दी भरता है और बार-बार पेशाब की जरूरत महसूस होती है. खासकर बुजुर्गों में किडनी की कार्यक्षमता रात में अधिक सक्रिय हो जाती है, जिससे पेशाब अधिक बनता है. इसलिए शाम के बाद पानी की मात्रा नियंत्रित रखना जरूरी है. अगर बहुत अधिक प्यास लगे, तो एक साथ पानी पीने की बजाय थोड़ा-थोड़ा घूंट-घूंट कर पानी पिएं.
कैफीन (चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक), शराब और तीखा भोजन ब्लैडर को उत्तेजित करते हैं. इससे ब्लैडर की मांसपेशियां अधिक संवेदनशील हो जाती हैं और थोड़ी मात्रा में यूरिन बनते ही पेशाब की इच्छा होती है. ये पदार्थ डाइयुरेटिक भी होते हैं, जिससे पेशाब की मात्रा अधिक बनती है और फिर आपको रात में बार-बार उठना पड़ता है. ऐसे में डॉक्टर कैफीन, शराब और मसालेदार भोजन का सेवन कम करने की सलाह देते हैं.
ब्लैडर ट्रेनिंग एक ऐसी तकनीक है जिसमें पेशाब आने पर तुरंत वॉशरूम न जाकर कुछ समय रुकने की कोशिश की जाती है. इससे धीरे-धीरे ब्लैडर की स्टोरेज कैपेसिटी बढ़ती है और बार-बार पेशाब की आदत कम होती है. यह आदत विशेषकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिनका ब्लैडर कमजोर हो गया है या जिन्हें ओवरएक्टिव ब्लैडर की समस्या है.
नंबर 4- कीगल एक्सरसाइज करेंआयुर्वेदिक डॉक्टर बताते हैं, कीगल एक्सरसाइज पेल्विक फ्लोर मसल्स को मजबूत करने के लिए की जाती है. ये मांसपेशियां यूरिन को रोकने और कंट्रोल करने में मदद करती हैं. उम्र बढ़ने, गर्भावस्था या किसी बीमारी के कारण अगर ये मसल्स कमजोर हो जाती हैं तो यूरिन को रोकना कठिन हो जाता है. नियमित कीगल एक्सरसाइज करने से ब्लैडर की पकड़ मजबूत होती है और पेशाब का कंट्रोल बेहतर होता है.
नंबर- प्राकृतिक घरेलू नुस्खे अपनाएंइन सब से अलग डॉक्टर इस परेशानी से निजात पाने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे अपनाने की भी सलाह देते हैं. जैसे-
- धनिये का पानी पिएं- यह ब्लैडर की जलन और सूजन को कम करता है.
- आंवला और शहद- यह इम्युनिटी बढ़ाता है और ब्लैडर की ताकत को भी बढ़ाता है.
- अश्वगंधा- अश्वगंधा तनाव को कम करने के साथ-साथ ब्लैडर मसल्स को भी ताकत देता है.
- अनार के छिलके का पाउडर- ये ब्लैडर को टोन करता है और कंट्रोल बढ़ाता है.
- शतावरी पाउडर- ये यूरिनरी ट्रैक्ट को शांत करता है और यूरिन होल्ड करने की क्षमता बढ़ाता है.
डॉक्टर सलीम जैदी के मुताबिक, रात को बार-बार पेशाब आने की समस्या के पीछे कई संभावित कारण होते हैं. हालांकि, इन आसान उपायों को अपनाकर इस समस्या को काफी हद तक काबू किया जा सकता है. अगर फिर भी राहत न मिले तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें, ताकि किसी गंभीर बीमारी की संभावना को टाला जा सके.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.