UTI Remedy: पेशाब में जलन होना या बार-बार पेशाब आना यूरेनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) के लक्षण हैं. आमतौर पर महिलाएं इस समस्या से ज्यादा परेशान रहती हैं. इसके पीछे साफ-सफाई पर ध्यान न देना, पब्लिक वॉशरूम का इस्तेमाल करना, शरीर में पानी की कमी या अधिक मसालेदार खाना खाना जैसे कारण जिम्मेदार हो सकते हैं. हालांकि, एक राहत की बात यह है कि शुरुआत में आप कुछ आसान उपाय अपनाकर इस तरह की समस्या से राहत पा सकते हैं. मशहूर योग गुरु और लेखक हंसा योगेन्द्र ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर कर ऐसे ही कुछ उपाय बताए हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में-
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नंबर 1- खूब पानी और हेल्दी ड्रिंक्स पिएं
डॉक्टर हंसा कहती हैं कि दिनभर पर्याप्त पानी पीना सबसे जरूरी है. इससे बैक्टीरिया शरीर से बाहर निकल जाते हैं. इसके अलावा आप क्रैनबेरी जूस, नींबू पानी, नारियल पानी और छाछ भी ले सकते हैं. खासकर क्रैनबेरी जूस बैक्टीरिया को मूत्र मार्ग से चिपकने नहीं देता, जिससे संक्रमण की संभावना कम होती है.
नंबर 2- भोजन हल्का और सात्त्विक रखें
तीखा, मसालेदार या तला-भुना खाना UTI को बढ़ा सकता है. इसकी जगह पर सात्त्विक भोजन यानी हल्का, घर का बना ताजा खाना खाएं. दही और छाछ जैसे प्रोबायोटिक फूड्स लें, जो पाचन और यूरेनरी सिस्टम में अच्छे बैक्टीरिया बढ़ाते हैं और संक्रमण से बचाते हैं.
नंबर 3- विटामिन C का सेवन बढ़ाएं
विटामिन C शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और मूत्र मार्ग को बैक्टीरिया से मुक्त रखता है. इसके लिए आप संतरा, नींबू, अमरूद जैसे फलों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.
नंबर 4- अच्छी नींद लें
आराम करना भी जरूरी है, क्योंकि थका हुआ शरीर संक्रमण से लड़ नहीं पाता. इसलिए रोज 8 से 9 घंटे की नींद लें. इसके साथ ही हल्के योगासन और मेडिटेशन को अपनी दिनचर्या में शामिल करें. इससे स्ट्रेस कम होता है और शरीर किसी भी तरह के संक्रमण से बेहतर तरीके से लड़ पाता है.
नंबर 5- योगासन और मुद्रा
कुछ योगासन जैसे भद्रासन, बद्धकोणासन और अश्विनी मुद्रा पेल्विक मसल्स को मजबूत करते हैं और ब्लैडर को स्वस्थ रखते हैं. इससे इंफेक्शन दोबारा होने की संभावना घट जाती है.
नंबर 5- साफ-सफाई और हाइजीन का ध्यान रखें
इन सब से अलग यूटीआई से बचने के लिए साफ-सफाई बहुत जरूरी है. इसके लिए-
- टॉयलेट इस्तेमाल के बाद हमेशा फ्रंट से बैक की ओर साफ करें.
- पेशाब को देर तक न रोकें.
- पब्लिक टॉयलेट इस्तेमाल करते समय पहले उसे सैनिटाइज करें या स्क्वाट करके उपयोग करें.
- इन सब से अलग संबंध बनाने के बाद पेशाब जरूर करें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.